लखीमपुरःपढ़ाई करनी हो तो यतीश से सीखें, लगातार 130 घंटे पढ़ने का बनाया विश्व रिकॉर्ड
यूपी में एक तरफ जहां शिक्षा व्यवस्था का हाल बुरा है, वहीं लखीमपुर के यतीश शुक्ला ने लगातार 130 घंटे पढ़ाई कर नया विश्व रिकार्ड बनाया है। इससे प्रदेश ही नहीं देश का भी नाम विश्व में ऊंचा हुआ है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
लखीमपुरः पढ़ाई को लेकर आजकल बच्चे जहां मुंह मोड़ते हैं, वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी है जो रात-दिन पढ़ाई पर फोकस करते हैं। लेकिन क्या कोई ऐसा भी हो सकता है जो कि इतने घंटे पढ़ाई करें कि वह विश्व रिकार्ड बन जाए। जी हां ऐसा किया है गोला गोकर्णनाथ के यतीश शुक्ला ने। यतीश शिक्षक और मोटीवेशनल स्पीकर भी है वह पढ़ाई को लेकर बच्चों को हमेशा प्रोत्साहित करते रहते हैं।
यह भी पढ़ेंः जानिये.. युवाओं के दिलों में आज भी क्यों बसते हैं वीर शहीद भगत सिंह..
यतीश ने 130 घंटे निरंतर पढ़ाई कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया है। इससे पहले निरंतर सर्वाधिक 113 घंटे 15 मिनट पढ़ाई करने का रिकॉर्ड नेपाल के दीपक शर्मा के नाम था, जो उन्होंने 2008 में बनाया था। वहीं दीपक शर्मा के इस रिकॉर्ड को इसी साल नाइजीरिया के ओला बुनी बाईडे ने जुलाई में लगातार 122 घंटे पढ़ाई कर तोड़ दिया है। अब यतीश शुक्ला ने निरतंर 130 घंटे की पढ़ाई कर विश्व रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया है।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: शिक्षक दिवस पर रियलिटी टेस्ट में फेल हुये शिक्षक
अब अभी भी बिना रुके पढ़ाई करने में लगे पड़े हैं। यतीश के इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए लखनऊ पब्लिक स्कूल से सैकड़ों छात्रों ने मनोबल बढ़ाया। छात्रों ने स्कूल के प्रांगण में इसके लिए एक विशाल बैनर तैयार कर इस पर हस्ताक्षर किए और स्कूल के शिक्षकों ने भी इस हस्ताक्षर अभियान में बढ़चढ़कर भाग लिया।
यह भी पढ़ेंः DN Exclusive: आरटीई के बावजूद भी यूपी में दाखिले के लिए लगाने पड़ रहे स्कूलों के चक्कर
बता दें कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड के अधिकारी ऑस्ट्रेलिया से इस आयोजन पर ऑनलाइन निगरानी रख रहे हैं। यतीश के स्वास्थ्य की जांच को लेकर एसडीएम ने विशेषतौर पर स्वास्थ्य विभाग को उनकी निगरानी में रखा है।
यह भी पढ़ें |
महराजगंजः कालेज में छात्र-छात्राओं का भारी हंगामा.. बवाल देख भागा प्रबंधन
वहीं यतीश के इस नए कीर्तिमान को स्थापित करने के बाद राजनैतिक दलों ने भी उन्हें बधाई दी है और सभी ने इसे उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था से हो रहे खिलवाड़ व स्कूलों में गिरते शिक्षा स्तर पर सुधार को लेकर एक नया कदम बताया है। सभी का कहना है कि प्रदेश के छात्रों के लिए यतीश रोल मॉडल साबित होंगे।