लखनऊ में मां-बेटी के आग लगाने के मामले में अमेठी के डीएम और एसपी के कार्यप्रणाली की खुली पोल
यूपी की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को सीएम ऑफिस के सामने मां-बेटी द्वार खुद पर आग लगाकर आत्मदाह करने के मामले में अमेठी के डीएम और एसपी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। पूरी खबर..
लखनऊ: अमेठी के डीएम अरुण कुमार और एसपी ख्याति गर्ग मुख्यमंत्री के आदेशों की किस तरह धज्जियां उड़ा रहे हैं, उसकी पोल लोकभवन की घटना से सबसे सामने है। गरीबों की किस कदर सुनवाई हो रही है, इसकी पोल मां-बेटी ने खोलकर रख दी है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के बाहर सोफिया और गुड़िया नाम की दो महिलाओं ने मिट्टी का तेल छिड़कर खुद को आग लगा लिया। वजह जामो थाना क्षेत्र के नाली के एक विवाद में मामला पुलिसिया संज्ञान में होने के बावजूद दबंगों ने लाठी-डंडे से बुरी तरह मां-बोटी को पीट डाला।
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आग कांड के बाद जब मामला मीडिया में आय़ा तो अपनी गर्दन बचाने के लिए एसपी ख्याति गर्ग ने आनन-फानन में थानेदार, एक दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर अपना पिंड छुड़ाने की कोशिश की। इस बीच लखनऊ से खबर है कि वरिष्ठ अफसरों ने समूचे मामले पर एसपी ख्याति गर्ग की जमकर खबर ली है और आने वाले दिनों में एसपी पर इस मामले में गाज गिरनी तय है।
परेशान मां-बेटी द्वारा अमेठी से लखनऊ आना और सीएम ऑफिस के सामने खुद पर आग लगाकर आत्मदाह करने के प्रयास करने को मामले को योगी सरकार बेहद गंभीरता से ले रही है। इस मामले में अमेठी के लापरवाह और दोषी अफसरों पर सरकार ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है।
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