अखिलेश यादव का बहुत बड़ा आरोप- मुख्यमंत्री योगी के करीबी अफसर जिलों के डीएम के फोन कर धमकाने में जुटे कि जिन जगहों पर भाजपा का प्रत्याशी हारे वहां काउंटिंग धीमी करा दो
यूपी विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले लखनऊ में पार्टी कार्यालय में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस की और कई बड़े सवाल खड़े किये। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में वाराणसी में EVM के पकड़े जाने को गंभीर मसला बताते हुए प्रशासन और संबंधित जिलाधिकारी पर बड़े सवाल किये। अखिलेश यादव ने कहा कि यदि लोकतंत्र को बचाना है तो जनता को सामने आने पड़ेगा। उन्होंने सभी सच्चे अधिकारियों-पत्रकारों से सामने आने की अपील की। अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग को सबसे पहले वाराणसी के डीएम पर कार्रवाई करनी चाहिए।
#UPElection2022 अखिलेश यादव का बहुत बड़ा आरोप- मुख्यमंत्री योगी के करीबी अफसर जिलों के डीएम के फोन कर धमकाने में जुटे कि जिन जगहों पर भाजपा का प्रत्याशी हारे वहां काउंटिंग धीमी करा दो@ECISVEEP @SpokespersonECI
— Dynamite News (@DynamiteNews_) March 8, 2022
अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी के करीबी अफसर जिलों के डीएम के फोन कर धमकाने में जुटे कि जिन जगहों पर भाजपा का प्रत्याशी हारे वहां काउंटिंग धीमी करा दो। प्रमुख सचिव जिलाधिकारियों को फोन कर रहे हैं।
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अखिलेश यादव ने कहा कि वाराणसी में EVM पकड़े जाने का समाचार उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है। मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें। युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने।
#UPElection2022 अखिलेश यादव का बड़ा आरोप- Exit Poll का मकसद ध्यान भटकाने का, यदि भाजपा धांधली कराये मतगणना में तो भी लोग मानें कि Exit Poll में तो भाजपा जीत ही रही थी, यानि कि सब कुछ ठीक है, यह भ्रम फैलाने की साजिश का हिस्सा है Exit Poll @ECISVEEP @SpokespersonECI
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अखिलेश यादव ने कहा कि यदि वाराणसी में ईवीएम मशीनें जा रही थी तो पॉलिटिकल पार्टियों के प्रत्याशियों को क्यों नहीं बताया गया? ईवीएम लेकर जा रहे हैं 2 दिन बाद काउंटिंग है आखिर चुनाव आयोग की गाइडलाइंस में है कि नहीं है। हम जैमर की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आशंका है कि कहीं ना कहीं टेक्नालॉजी ऐसी है कि उसे manupulate किया जा सकता है। प्रभावित किया जा सकता है।
अखिलेश यादव ने सवाल उठाय़ा कि जो भविष्यवाणी सत्ता में बैठे लोग करें वह एग्जिट पोल में हूबहू कैसे आ सकता है? जो चैनल्स एग्जिट पोल कर रहे हैं उनको आखिर पैसा कौन दे रहा है, क्या वो मुनाफे के लिए कर रहे है। इतनी बड़ी एक्सरसाइज है उसका खर्चा कौन उठा रहा है?
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रमुख सचिव जिलाधिकारियों को फोन कर रहे हैं और मतगणना को धीमा करने को बोल रहे है। यह सब सरकार के इशारों पर हो रहा है। ईवीएम यहां से वहां ले जायी जा रही है। वैलेट पेपर पकड़े जा रहे है। सत्ता के इशारों पर यह सब किया जा रहा है।