Uttar Pradesh: यूपी सचिवालय की सुरक्षा में फिर लगी सेंध, ऐसे सामने आया चौंकाने वाला मामला
राजधानी लखनऊ में स्थित यूपी सचिवालय की सुरक्षा में फिर एक बार बड़ी सेंध लगी है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में पढिये, यह चौकाने वाला मामला..
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों के बीच सचिवालय की सुरक्षा को लेकर चिंताजनक खबरें भी सामने आ रही है। यूपी सचुवालय की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को दो लोगों द्वारा फर्जी पास के साथ सचिवालय में घुसने का प्रयास करने की चिंताजनक खबर सामने आयी है। हालांकि दोनों लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते रोक लिया। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हाल के दिनों में यह दूसरा मामला है, जब फर्जी पास के जरिये सचिवालय में घुसने की कोशिश की गयी हो। इससे पहले कुख्यात गैंगस्टर और एनकाउंटर में मारे गये विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी के साथ ही टेंडर घोटाले में गिरफ्त में चार पत्रकारों द्वारा फर्जी पास की मदद से सचिवालय में घुसने का मामला सामने आ चुका है।
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ताजा मामले में शुक्रवार को विधानसभा सचिवालय में 11 बजे के आसपास एक युवक ने फर्जी वाहन पास से घुसने की कोशिश की। गेट नंबर सात से घुस रहे इस युवक को वहां तैनात सुरक्षाकर्मी रोक लिया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम अभय प्रताप सिंह बताया। जिस टोयटा फॉर्च्यूनर गाड़ी से उसने सचिवालय में प्रवेश करने का प्रयास किया उस पर दिल्ली की नंबर था। जबकि उसके पास मिले पास पर गाड़ी का नंबर अलग और यूपी का था।
इसी तरह फर्जी पास के जरिये एक अन्य युवक ने भी सचिवालय में घुसने का प्रयास किया, जिसे सुरक्षा अधिकारी ने रोक लिया। उसके पास बरामद कागजों में कई कमियां नजर आयी। दोनों युवकों को हिरासत में ले लिये गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
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हालांकि पहली पूछताछ में दोनों युवक सामान्य पाये गये है। माना जा रहा है कि मंत्रियों-अधिकारियटों के स्टाफ की मिलीभगत से इस तरह के पास बनाये जाते हैं, जिसमें दर्ज गाड़ी नंबर कुछ अलग और मौजूदा गाड़ी नंबर अलग पाया जाता है।
गौरतलब है कि सचिवालय में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी के कई मंत्रियों और अधिकारियों का कार्यालय है। ऐसे में फर्जी पास के जरिये सचिवालय में घुसना सुरक्षा में बड़ी सेंध लगाने के समान हैं।