Mahakumbh: महाकुंभ में साइबर ठगों से निपटने के लिए पुलिस ने ब‍िछाया जाल, जारी की ये लिस्ट

डीएन ब्यूरो

महाकुंभ में श्रद्धालुओं को साइबर ठगों से बचाने के लिए पुलिस अलर्ट मोड पर है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

महाकुंभ में साइबर ठगों पर कसी नकेल
महाकुंभ में साइबर ठगों पर कसी नकेल


प्रयागराज: महाकुंभ के मद्देनजर साइबर ठग भी सक्रिय हो गए है। उन्होंने श्रद्धालुओं को निशाना बनाने के लिए अपना काम शुरु कर दिया है। वहीं महाकुंभ मेला को देखते हुए श्रद्धालुओं को साइबर ठगों के जाल से बचाने के लिए यूपी पुलिस ने कमर कस ली है।

महाकुंभ में डिजिटाइजेशन के साथ-साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए व्यापक तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में साइबर सिक्यॉरिटी प्रदान करने के लिए मेला क्षेत्र में साइबर थाने की शुरुआत की गई है।

इसके माध्यम से एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर लोगों को झांसा देना मुमकिन नहीं होगा। खास बात यह कि श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अधिकारियों की स्पेशल टीम बुलाई गई है। साइबर एक्सपर्ट्स प्रयागराज पहुंच चुके हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस ने एक्स पर 83 होटल, लॉज, धर्मशाला व कॉटेज की सूची जारी की है। इसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर व अधिकृत वेबसाइट शामिल हैं। यह सूची स्थानीय प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के सहयोग से पुलिस ने तैयार की है। साथ ही श्रद्धालु किसी भी जानकारी के लिए कुंभ मेला की हेल्पलाइन 1920 पर फोन कर सकते हैं।

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पिछले दिनों पुलिस ने महाकुंभ में फर्जी वेबसाइट से टेंट, कॉटेज और होटल बुकिंग के नाम पर कई लोगों से ठगी करने वाले चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था। इनमें पंकज निवासी चोरसुआ नालंदा, यश चौबे निवासी मुरीदपुर चौबेपुर वाराणसी, अंकित गुप्ता निवासी कादीपुर छीतमपुर वाराणसी व अमन निवासी ठेकमा खुर्द लसड़ा बरदा आजमगढ़ शामिल थे।

पर्यटकों को ठगी का शि‍कार बनाता था पंकज
पंकज मास्टरमाइंड था। वह अपने तीन साथियों संग मिलकर पर्यटकों को ठगी का शिकार बनाता था। ये महाकुंभ से मिलते-जुलते नामों से फर्जी वेबसाइट बनाकर कम रुपये में लग्जरी रूम, वीआइपी स्नान व दर्शन कराने का लालच देकर एडवांस के तौर पर रकम लेते थे। 100 से अधिक लोगों से करीब 36 लाख रुपये की ठगी की थी।

60 से अधिक वेबसाइट कराई गई हैं बंद
टेंट बुकिंग आदि के नाम पर महाकुंभ से मिलते-जुलते नामों से फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की शिकायत मिलने पर साइबर थाना पुलिस ने कई मामले दर्ज किए हैं। वहीं, अब तक 60 से अधिक फर्जी वेबसाइट को बंद कराया जा चुका है।

ऐसे रहें सतर्क
•    यूआरएल की अच्छी तरह से जांच कर लें।
•    वेबसाइट का यूआरएल "https://" से शुरू हो रहा हो, लाक आइकन हो।
•    केवल सरकारी या प्रमाणित एजेंसियों से ही बुकिंग करें।
•    वेबसाइट या वाट्सएप से मिले एपीके फाइल को डाउनलोड नहीं करें।

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वहीं महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरुक किया जा रहा है। उन्हें महाकुंभ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ-साथ सरकारी वेबसाइट (जिनमें gov.in लगा हो) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना थाने में दी जा सकती है। जो लोग एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं।

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