DN Exclusive: महराजगंज के युवक का छोटी उम्र में बड़ा कमाल, छात्र ने फूलों की खुशबू के साथ पकड़ी आर्थिक समृद्धि की ये डगर
महराजगंज में एक छात्र के गेंदा फूलों की खेती से कई किसान प्रेरणा ले रहे है। गरीब छात्र ने गेंदा फूल की खेती से अपने व परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधार दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
महराजगंज: जनपद में एक गरीब छात्र ने फूलों की खुशबू के साथ आर्थिक समृद्धि की जो डगर थामी, वह कई किसानों के लिए प्रेरणा बन गई। छात्र ने गेंदा फूल की खेती से न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारा बल्कि रोजगार और कारोबार की एक नई सोच को भी जन्म दिया।
फरेंदा विकास खंड के फरेंदा खुर्द के टोला हरैयापुर निवासी सनी चौधरी जयपुरिया इंटर कालेज में 12वीं का छात्र हैं। सनी उर्फ सोनू चौधरी आज कई युवाओं और किसानों के लिए मिसाल बन गया हैं। पढ़ाई के साथ-साथ किसानी से लगाव की चाहत में सनी गेंदा फूल की खेती कर अपनी जिंदगी की बगिया संवार रहा हैं। इस काम में घर परिवार के सदस्यों का उन्हें खूब साथ मिलता है। मुनाफा दिखा तो अब आस-पास के लोग भी इनसे फूलों की खेती का गुण सीखने आ रहे हैं। वे इसकी खेती के लिए युवाओं को भी प्रेरित कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: कॉलेज के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को किया जागरूक
सनी को मेहदावल निवासी रिश्तेदार शारदा चौधरी के यहां फूलों की खेती से प्रेरणा मिली। वहां से फूलों की खेती का गुर सीखकर गेंदा फूल की खेती की शुरूआत की। इस क्षेत्र में खेती के इस नए प्रयोग को लेकर शुरुआती दौर में इन्हें परेशानी भी हुई। लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ लगातार मेहनत के बाद आखिर में सफलता हाथ लगी।
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में सनी ने कहा कि वह तीन वर्ष से गेंदा फूल की खेती कर रहा है। वे बताते हैं कि फूल की खेती छोटे किसानों के लिए बेहतर विकल्प है। उन्होंने बताया कि वह 2000 पौधा बनारस से लाए थे, जिसे 30 डिसमिल भूमि में लगाया है। इसकी लागत लगभग 15000 रुपये आती है। एक वर्ष में दो बार फरवरी-जुलाई और सितंबर से जनवरी तक लगाया जाता है। लगभग 25000 का मुनाफा हो जाता है।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: देवरिया के कालेज में दूषित खाने से फरेंदा के छात्र की इलाज के दौरान मौत
डाइनामाइट न्यूज़ को सनी ने बताया कि त्योहारों के साथ-साथ लगन व अन्य आयोजनों में फूल की विशेष मांग रहती है। व्यापारी खेत से ही फूल खरीद कर ले जाते हैं। अब वह वृहद पैमाने पर इसकी खेती की योजना बना रहे हैं। इनके साथ अन्य गांव के सूरज सैनी, मनोज कुमार व कमलेश ने भी फूल की खेती की शुरूआत की