महराजगंज: लाखों की लागत से बना अमृत सरोवर का पोखरा, नीलामी का आरोप

डीएन संवाददाता

नौतनवा तहसील के एक ग्रामसभा में अमृत सरोवर के पोखरे की नीलामी को लेकर, ब्लॉक व तहसील प्रशासन आमने-सामने हो गया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

सौंपा पत्रक
सौंपा पत्रक


लक्ष्मीपुर (महराजगंज): (Maharajganj) लक्ष्मीपुर ब्लॉक के एक ग्रामसभा में बने अमृत सरोवर (Amrit Sarovar) के पोखरे की नीलामी (Auction) तहसील प्रशासन द्वारा कराए जाने पर, ग्रामसभा के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के नेतृत्व में तहसील पहुंचकर इसका विरोध जताया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और डीएम से पत्र के माध्यम से किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस मामले को लेकर जहां एक तरफ तहसील प्रशासन पोखरे के नीलामी के पक्ष में है तो वहीं दूसरी तरफ ब्लॉक अधिकारी और ग्राम प्रधान इसके खिलाफ़ हैं।

पोखरे को नीलाम करने का आरोप

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को मिली जानकारी अनुसार लक्ष्मीपुर ब्लॉक के परसौनी कला के ग्राम प्रधान संदीप सिंह ने बताया कि ग्रामसभा में वह भूमि प्रबन्धन के अध्यक्ष हैं। ग्राम के रकबा आराखी नम्बर 114 रकबा 0.348 हे. तालाब की भूमि पर लाखों रुपया खर्चा कर महात्मा गांधी अमृत सरोवर पार्क का निर्माण करवाया गया है। उक्त पार्क को सुन्दर बनाने के लिए महंगे-मंहगे फूल पत्ती व पौधे लगाये गये हैं लेकिन कुछ राजनीतिक दवाब में आकर जबरिया उक्त पार्क की नीलामी कराने के फ़िराक़ तहसील प्रशासन है। जबकि प्रार्थी के ग्राम सभा में कई तालाब/पोखरे है, लेकिन केवल पार्क वाले स्थान को ही नीलामी करवाना चाहते हैं। जिससे ग्रामीणों में काफी आकोश है। ऐसी स्थिति में उक्त पार्क की नीलामी रोकवाते हुए नीलामी को निरस्त किया जाना जनहित में आवश्यक एवं न्यायसंगत होगा।

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शिकायत सुनने से तहसील प्रशासन का इंकार

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आज तहसील में उक्त पोखरे की नीलामी करने की प्रक्रिया चल रहीं थी, ऐसे में हम लोगों ने अधिकारियों से इसकी शिकायत किया लेकिन हमारी बातों को तहसील प्रशासन ने सुनने से इंकार कर दिया।

BDO का बयान

मामले में (BDO) मृत्युंजय यादव ने बताया कि लाखों रुपये खर्च करके अमृत सरोवर को स्वच्छ व सुन्दरता के लिए बनाई गई है, इसके पोखरे की मत्स्य पालन के लिए नीलामी नहीं की जा सकती है।

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बोले जिम्मेदार 

इस मामले में नायाब तहसीलदार सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि पोखरे का गजट हुआ था, इसलिए नीलामी हुई है। ग्राम प्रधान या ब्लॉक को आपत्ति है तो इसकी लिखित शिकायत एसडीएम से करें। मामले में (SDM) नंद प्रकाश मौर्य ने बताया कि प्रकरण में अगर लिखित शिकायत मिलेगी तो विचार किया जाएगा, जो भी नियमानुसार होगा उचित कार्रवाई की जाएगी।










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