महराजगंज: लक्ष्मीपुर में कागजों में ही संवर रहे अमृत सरोवर, खेल मैदान में जिम्मेदारों का खेला
लक्ष्मीपुर ब्लाक में लाखों रुपये की लागत से बने अमृत सरोवर और खेल मैदान सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज पर पूरी रिपोर्ट
लक्ष्मीपुर( महराजगंज): लक्ष्मीपुर ब्लाक (Laxmipur Block) में लाखों की लागत से निर्मित अमृत सरोवर (Amrit Sarovar) अपनी उपयोगिता पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं। निर्माण (Contruction) के बाद या तो सूखे पड़े हैं या झाड़ियों से पटे हुए हैं। सूखे व बदहाल पड़े ये अमृत सरोवर केंद्र सरकार (Central Govt.) की योजना की खिल्ली उड़ाते नज़र आ रहे हैं।
योजना पर फिरा पानी
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मामला लक्ष्मीपुर ब्लाक के दशरथपुर गांव का है जहां लाखों की लागत से बने अमृत सरोवर बेमतलब साबित हो रहा है। तालाबों का सौन्दर्यीकरण कर उनमें जल संरक्षित करने के लिए अमृत सरोवरों का निर्माण किया गया है। लाखों रुपए की लागत से निर्मित ये अमृत सरोवर सूखे पड़ा हुआ है। बदहाली का आलम ये हैं कि ये अमृत सरोवर झाड़ियों से पटा हुआ है। ऐसे में ये अमृत सरोवर योजना की खिल्ली उड़ा रहे हैं। लाखों की लागत से निर्मित ये सरोवर मानकों पर खरे होते नहीं दिखाई दे रहे हैं।
इस सरोवर के सौंदर्यीकरण का दृश्य दूर से देखने पर अच्छा लगता है लेकिन अंदर सूखा पड़ा है। शायद तालाब के निर्माण के बाद इसमें पानी भरने की सुधि जिम्मेदारों को नहीं है।
सुविधाएं नदारद
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अमृत सरोवर पर मार्निंग वाक की व्यवस्था, पीने के लिए पानी की व्यवस्था, रोशनी व बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था होनी है। लेकिन ये सभी नदारद हैं।
प्रधानमंत्री के संदेश का अपमान
अमृत सरोवर पर 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा शहीदों के याद में लिखा संदेश शिलापट्ट देख-रेख के अभाव में ये शिलापट्ट पर संदेश मिटे हुए हैं जबकि इन शिलापट्ट के आगे ही हर साल झंडारोहण का कार्यक्रम होना है, मिटे हुए संदेश का शिलापट्ट शहीदों का अपमान करते दिख रहे हैं।
खेल मैदान पर खेला
ग्रामीण स्तर पर युवाओं में खेल प्रतिभा निखारने के लिए खेल मैदान बनाए गए हैं। ग्राम पंचायत दशरथपुर में मनरेगा के तहत बने खेल मैदान के निर्माण में खेल कर दिया गया है। मैदान में खेल उपकरण नहीं लगाए गए हैं। मनरेगा योजना के तहत सन 2022 में खेल मैदान बनाया गया। जिम्मेदारों ने खेल मैदान बनाने के नाम पर केवल चारों तरफ से चहारदीवारी खड़ा कर कोरम पूरा कर दिया गया है। खेल मैदान में न तो फूल पत्तियां लगी है न कोई खेल उपकरण। जिससे पूरा खेल मैदान वीरान दिख रहा है।
बेमतलब बजट खर्च
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स्थानीय कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लक्ष्मीपुर ब्लाक के इस दशरथपुर ग्राम पंचायत में लाखों रुपये की लागत से बने अमृत सरोवर और खेल मैदान सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। गांव में अगर कोई जिम्मेदार अधिकारी दौरा कर लें तो कई और राज खुल जाएंगे ।
जिम्मेदारों की तानाशाही
मामले में ग्राम सचिव कौशलेंद्र कुशवाहा को कई बार फोन किया गया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। यही हाल ग्राम प्रधान प्रतिनिधि का रहा है।