महराजगंज में वी-मार्ट की गुंडागर्दी, नगर पालिका का चबूतरा तोड़ चारों तरफ किया अतिक्रमण, FIR की मांग
शहर को साफ-सुथरा और अतिक्रमण मुक्त बनाने की नगर पालिका परिषद की पहल को रिटेल चेन कंपनी वी-मार्ट खूब पलीता लगा रही है। वी-मार्ट मॉल ने कार्पोरेट कल्चर के विपरीत जाकर गुंडागर्दी का रूख अख्तियार करते हुए नगर पालिका के चबूतरों और स्ट्रक्चरों को तोड़कर कई जगह अपनी अवैध होर्डिंग लगा रखी है। प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने इस मामले में वी-मार्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।
महराजगंजः रिटेल चेन कंपनी वी-मार्ट गुंड़ागर्दी की सभी हदें लांघकर खुलेआम शहर के कई नियम-कानूनों को तोड़ने में लगी हुई है। मनमानी पर उतारू वी-मार्ट ने नगर पालिका द्वारा बनाये गए खूबसूरत चबूतरे को तोड़ डाला है और लोहे के खंभों पर अपनी अवैध होर्डिंगें लटका दी, जिससे शहर को साफ-सुथरा और अतिक्रमण मुक्त बनाने की नगर पालिका की पहल को भी बड़ा झटका लगा है।
शहर में तमाम जगह लगायी गयी इन होर्डिंग्स के लिये वी-मार्ट ने किसी संबंधित अथॉरिटी से परमिशन तक भी नहीं ली, इससे जनता में भी इस कंपनी के खिलाफ बड़ा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि कार्पोरेट कल्चर और बिजनेस एथिक्स के उलट जाकर वी-मार्ट शहर को बदसूरत बनाकर अवैध अतिक्रमण करना सिखा रहा है।
कानूनी कार्यवाही
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प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने इस मामले में वी-मार्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उनका कहना है कि वी-मार्ट अपने मॉल के नाम पर इर्द-गिर्द की जगहों पर अवैध अतिक्रमण कर रहा है, ऐसे में यदि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वह वी-मार्ट के खिलाफ कोर्ट के जरिये कानूनी कार्यवाही शुरू करेंगे।
पालिका की विवशता पर सवाल
नगर को सुंदर और अतिक्रमण विहीन बनाने में जुटा पालिका प्रशासन भी वी-मार्ट की इस गुंडागर्दी के सामने घुटना टेकता हुआ नजर आ रहा है। नगर पालिका की इस विवशता पर भी कई सवाल उठने लगे है।
होर्डिंग्स को प्रशासन की अनुमति नहीं
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वी-मार्ट मॉल की गुंडागर्दी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किस तरह एक प्राइवेट कम्पनी ने सरकारी चबूतरों को तोड़ डाला है और दूसरा यह कि लगाए गए होर्डिंग को सारे नियमों को ताक पर रखकर लगाया गया है। नियमों के मुताबिक शहर या नगर में किसी भी प्रकार के कॉमर्शियल होर्डिंग्स को प्रशासन की अनुमति के बिना नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन वी-मार्ट वी-मार्ट ने तो इसके लिये किसी की अनुमति लेने की आवश्कता समझी है और न ही किसी नियम का पालन कर रहा है।
कार्यवाही न करने पर उठते सवाल
इस मामले में देखा जाए तो नगर पालिका भी उतना गुनहगार नजर आ रहा है जितना की वी-मार्ट। इस अवैध हरकत के बाद भी आश्चर्य की बात यह है कि नगर पालिका कई दिन बीत जाने के बाद भी उक्त मामले में कार्यवाही करने का जहमत नहीं उठाना चाहती है, जिससे पालिका प्रशासन भी कटघरे में खड़ा दिख रहा है।