काश.. योगी आदित्यनाथ से कुछ सीखा होता सांसद पंकज चौधरी और विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने!
रविवार को जिस तरह आम जनता को धोखा देकर भाजपा के सांसद पंकज चौधरी और सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया जिले से लापता हुए, उसके बाद से लोगों का गुस्सा सड़कों पर इन दोनों के खिलाफ फूट पड़ा। पंकज चौधरी- जयमंगल कन्नौजिया हाय-हाय और मुर्दाबाद-मुर्दाबाद के नारों से जनपद मुख्यालय गूंज उठा तो बरबस ही लोगों के मुंह से निकल पड़ा काश.. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कुछ सीखा होता सांसद पंकज चौधरी और विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने। डाइनामाइट न्यूज़ की ग्राउंड जीरो से विशेष रिपोर्ट..
महराजगंज: जब-जब गोरखपुर पर आफत आयी तो तब के स्थानीय सांसद और अब सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ चट्टान बनकर खड़े हो गये। सरकार किसी की रही हो क्या मजाल कि किसी ने महानगर को छूआ तक हो।
जब-जब रेती चौक, गीता प्रेस, उर्दू बाजार, गोलघर को उजाड़ने की बात हुई योगी चट्टान बनकर खड़े हो गये और एक इंच जमीन भी किसी को तोड़ने की इजाजत नही दी।
दिन भर नगर में योगी के इसी जज्बे की बात होती रही कि एक वो जनप्रतिनिधि थे और एक पंकज चौधरी और जयमंगल कन्नौजिया हैं। जब जनता पर मुसीबत आय़ी तो दोनों ने पीठ दिखाकर महराजगंज से भागने में अपनी भलाई समझी।
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि इसके पीछे करोड़ों रुपये की कमीशनखोरी का खेल है। दोनों नेता ठेकेदार को अघोषित संरक्षण दिये हुए हैं।
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आरोप है कि सांसद और विधायक इसके पीछे विकास का भौंडा तर्क दे रहे हैं और एक तरह से लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं कि कुछ समय बाद लोग सब भूल जायेंगे और मोदी और योगी के नाम पर वे फिर जीतेंगे। इन नेताओं का तर्क है कि एक बार खराब लगता है लेकिन बाद में सबको अच्छा लगेगा। सड़क बनने से विकास होगा।
सांसद और विधायक के सड़क बनने के बाद के विकास के झूठे दावे की लोग जमकर खिल्ली उड़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि इन दोनों के मुंह से विकास की बात शोभा नहीं देती, अगर इन्हें विकास की इतनी ही चिंता होती तो ये कबका महराजंगज में रेलवे लाइन ला चुके होते। तीस साल से महराजगंज के सांसद पंकज चौधरी दो-दो बार केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद रेलवे लाइन लाकर जिले का विकास नहीं किये क्योंकि उनको पता है कि जनता महान है और बिना विकास किये ही वे कमल फूल के नाम पर जीतते आ रहे हैं तो फिर विकास की क्या जरुरत?
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जनता यह भी सवाल पूछ रही है कि दो साल पहले केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बाईपास का ऐलान कर दिया था लेकिन आज तक सांसद और विधायक उस पर अमल नहीं करा सके।
यही कारण है कि जिले के विकास की सबसे बड़ी आवश्यकताओं रेलवे लाइन और बाईपास को जब सांसद-विधायक न पूरा करा पाये तो फिर सड़क निर्माण के नाम पर विकास के इनके झूठे दावों की जनता जमकर लानत-मलामत कर रही है।