महराजगंज: डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का फिर बड़ा असर, बड़े फ्रॉड का भंडाफोड़, जाति प्रमाण पत्र निरस्त, जाएगी प्रधानी

डीएन ब्यूरो

डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का एक बड़ा असर फिर सामने आया है। महराजगंज जनपद के निचलौल ब्लॉक के एक गाँव के प्रधानी चुनाव में फ्रॉड का भंडाफोड़ हो ही गया। जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद अब फ्रॉड करने वाले को प्रधानी पद से भी हाथ धोना पड़ेगा। डाइनामाइट न्यूज़ की इस खबर में जानिए पूरा मामला

डाइनामाइट न्यूज़ की खबर पर प्रशासन ने जाति प्रमाण पत्र किया निरस्त
डाइनामाइट न्यूज़ की खबर पर प्रशासन ने जाति प्रमाण पत्र किया निरस्त


महराजगंज: जनपद के जन-जन की आवाज डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का एक बड़ा असर फिर सामने आया है। डाइनामाइट न्यूज़ ने प्रधानी चुनाव में जिस फ्रॉड का भंडाफोड़ किया था, शासन-प्रशासन के संज्ञान और कार्रवाई के बाद वह अब सरेआम उजागर हो गया है। मामला जनपद के निचलौल ब्लॉक के लोहरौली गाँव में हुए प्रधान के चुनाव से जुड़ा हुआ है।

लोहरौली गाँव में अप्रैल 2021 में सम्पन्न हुए प्रधानी के चुनाव में कमलेश पुत्र रामजी ग्राम प्रधान निर्वाचित हुए। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। आरोप था कि कमलेश मूल रूप से कहार जाति के हैं, जो पिछड़े वर्ग में आती है। लेकिन फ्रॉड करके प्रधान प्रत्याशी ने अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र बनवाया, जिस पर वह लड़े और जीते भी।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक प्रधानी चुनाव में कमलेश पुत्र रामजी ने तहसील कर्मियों की मिलीभगत से खुद को धुरिया गौड़ जाति का बताकर अनुसूचित जनजाति का फ़र्जी जाति प्रमाण पत्र धोखेबाजी से हासिल किया और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर चुनाव लड़कर प्रधानी पद पर काबिज हुए। इनके निर्वाचन के बाद गांव के निवासी गुनेश्वर प्रसाद यादव ने जिलाधिकारी को इस फर्जी जाति प्रमाण पत्र की लिखित शिकायत की थी। लंबी जांच के बाद शिकायत सत्य पाई गई। 

डाइनामाइट न्यूज़ ने सबसे पहले इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। 

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक चार सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी/अध्यक्ष, जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति डॉ. उज्जवल कुमार ने पत्रांक संख्या 268-71/ स.क./जा.प्र.प.स.स./2021-22 दिनांक 28/7/2021 को कमलेश के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने का आदेश दिया था। 

इस फ्रॉड के खिलाफ डाइनामाइट न्यूज़ ने 18 मई 2022 को प्रमुखता से खबर चलाई थी, जिसके संज्ञान पर शासन ने डीपीआरओ के पास निरस्तीकरण का आदेश देते हुए कार्यवाही को कहा। डीपीआरओ महराजगंज ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि शासन से आदेश आ गया है जाति प्रमाणपत्र निरस्त कर दिया गया है और जल्द ही प्रधानी को भी निरस्त कर दिया जाएगा।










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