हड़ताली डॉक्टरों के साथ बैठक की लाइव कवरेज के लिए राजी ममता बनर्जी, लेकिन रखी एक शर्त
पश्चिम बंगाल में सरकारी डॉक्टराें और राज्य सरकार के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी गतिरोध के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को जूनियर डॉक्टरों के साथ राज्य सचिवालय नबन्ना में बैठक की लाइव कवरेज के लिए रजामंदी दे दी लेकिन यह शर्त रखी है कि बैठक के दौरान कोई मीडियाकर्मी मौजूद नहीं रहेगा।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सरकारी डॉक्टराें और राज्य सरकार के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी गतिरोध के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को जूनियर डॉक्टरों के साथ राज्य सचिवालय नबन्ना में बैठक की लाइव कवरेज के लिए रजामंदी दे दी है। लेकिन यह शर्त रखी है कि बैठक के दौरान कोई मीडियाकर्मी मौजूद नहीं रहेगा।
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इससे पहले जूनियर डॉक्टरों ने तीन बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ होने वाली बैठक में यह कह कर हिस्सा लेने से इंकार कर दिया कि लाइव कवरेज के बिना वे इसमें शामिल नहीं हाेंगे। हड़ताली डॉक्टरों ने कहा कि देश के लोगों को यह जानने का हक है कि सरकारी अस्पतालों में हड़ताल क्यों हो रही है। '
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West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee has accepted the proposal of doctors to set up Grievance Redressal Cell in Government Hospitals. https://t.co/h3mGR0s5cB
— ANI (@ANI) June 17, 2019
इससे पहले जूनियर डॉक्टरों ने कहा था कि उन्हें बैठक के लिए कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। इसके बाद दोपहर 12 बजे स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप मित्रा सरकार की ओर से औपचारिक निमंत्रण लेकर गये और उन्होंने कहा कि बैठक को लाइव दिखाया जा सकता है लेकिन बैठक के दौरान मीडिया का कोई व्यक्ति नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने डॉक्टरों की हर मांग मान ली है लेकिन उनकी बैठक के दौरान मीडिया की मौजूदगी की उनकी मांग नहीं मानी जा सकती।
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हड़ताली डॉक्टरों ने कहा, “हम एक बार फिर यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम वर्तमान गतिरोध को समाप्त करने के लिए सुश्री बनर्जी के साथ उनके द्वारा तय की गई किसी भी जगह पर बैठक के लिए तैयार हैं। लेकिन शर्त यह है कि यह बैठक की लाइव कवरेज मीडिया की उपस्थिति में होनी चाहिए। देश के लोगों को यह जानने का हक है कि सरकारी अस्पतालों में हड़ताल क्यों हो रही है।”
(वार्ता)