मंत्रियों ने निलंबित श्रीदेवी पर निशाना साधा, जानें पूरा मामला
आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों के एक समूह ने प्रदेश में हाल में हुए एमएलसी चुनावों में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के पक्ष में कथित रूप से मतदान करने के लिए अपनी पार्टी की एक विधायक के खिलाफ तीखा हमला किया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
अमरावती: आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों के एक समूह ने प्रदेश में हाल में हुए एमएलसी चुनावों में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के पक्ष में कथित रूप से मतदान करने के लिए अपनी पार्टी की एक विधायक के खिलाफ तीखा हमला किया।
हालांकि, वाईएसआरसीपी की निलंबित विधायक उन्दावल्ली श्रीदेवी ने आरोप को खारिज किया है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री नारायण स्वामी, गृह मंत्री तनेती वनिता, नगर मंत्री ए. सुरेश, , उद्योग मंत्री गुडिवाड़ा अमरनाथ और पर्यटन मंत्री रोजा ने विधायक श्रीदेवी की आलोचना की।
श्रीदेवी को हाल में कथित रूप से विपक्षी पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए वाईएसआरसीपी से निलंबित कर दिया गया था। विपक्षी दल की उम्मीदवार पंचुमर्थी अनुराधा ने एमएलसी चुनाव में जीत दर्ज की थी।
यह भी पढ़ें |
वाईएसआर ईबीसी नेस्तम योजना के तहत 659 करोड़ रुपये जारी, जानिये इसकी खास बातें
वनिता ने कहा कि श्रीदेवी द्वारा दिए जा रहे बयान हास्यास्पद हैं क्योंकि वे तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू द्वारा लिखी गई पटकथा की तरह लग रहे हैं।
इसी तरह, सुरेश ने श्रीदेवी के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की सरकार दलितों का अपमान कर रही है। मंत्री ने दावा किया कि वाईएसआरसीपी शासन ने दलित लोगों के कल्याण के लिए बहुत काम किया है।
वाईएसआर कांग्रेस ने हाल में संपन्न एमएलसी चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ के लिए पार्टी के चार विधायकों को शुक्रवार को निलंबित कर दिया था।
निलंबित विधायकों में ए. रामनारायण रेड्डी, उन्दावल्ली श्रीदेवी, मेकापति चंद्रशेखर रेड्डी और कोटम श्रीधर रेड्डी शामिल हैं।
यह भी पढ़ें |
Andhra Pradesh: इनर-रिंग रोड घोटाले पर दूसरे दिन की पूछताछ के लिए नारा लोकेश सीआईडी कार्यालय पहुंचे
इस बीच, श्रीदेवी ने पति के. श्रीधर और बेटी के साथ इन आरोपों को खारिज करते हुए कुछ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
उन्होंने ‘क्रॉस-वोटिंग’ के लिए रिश्वत लेने से इनकार किया और सवाल उठाया कि क्या कोई एमएलसी चुनाव में मतदान के लिए करोड़ों रुपये की पेशकश करेगा।