नवरात्रि में 9 दिनों तक व्रत- उपवास का महत्व

डीएन ब्यूरो

आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। नवरात्रि में कई लोग 9 दिनों तक व्रत- उपवास रखते है, जिसके कई आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ियें नवरात्र में उपवास के महत्व के बारे में..

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि आज दूसरा दिन है। नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है और कई लोग सभी 9 दिनों तक व्रत-उपवास रखते हैं। 9 दिनों तक उपवास रखने के कई आध्यात्मिक व वैज्ञानिक महत्व है। माना जाता हैे कि व्रत-उपवास रखने से शारीरिक, मानसिक और धार्मिक लाभ मिलते हैं। ऐसी मान्यता भी है कि नवरात्रि के नौ दिनों में विधि पूर्वक व्रत-उपवास के साथ यदि देवी की अराधना की जाए, तो मनचाहा वरदान हासिल होता है। 

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तपस्या की तरह है उपवास 

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नवरात्र में किए गए व्रत से हमारा शरीर स्वस्थ और मन शांत रहता है। साथ ही देवी मां की कृपा भी बनी रहती है। यदि भक्त इस दौरान उपवास रखते हैं तो इससे शरीर की सफाई हो जाती है। दूसरी तरफ भक्ति की दृष्टी से भी उपवास बहुत महत्वपूर्ण बताये गये हैं। आज कलयुग में उपवास एक तरह की तपस्या ही हैं।

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उपवास से मिलता है स्वास्थ्य लाभ

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व्रत-उपवास से शरीर स्वस्थ रहता है। नवरात्रि में भूखे रहने से, एक समय भोजन करने या केवल फलाहार करने से पाचनतंत्र को आराम मिलता है। इससे कब्ज, गैस, एसिडीटी अपच, सिरदर्द, बुखार, मोटापा जैसे कई रोगों का नाश होता है। इससे आध्यत्मिक शक्ति और ज्ञान बढ़ता है। विचार पवित्रता बने रहते हैं और बुद्धि का विकास होता है। भारत संस्कृति और सभ्यता का देश है। ऐसे में अगल-अलग जगहों पर इस त्योहार को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। 

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डाइनामाइट न्यूज़ के पाठक शारदीय नवरात्र के पावन पर्व (21 से 29 सितंबर तक) पर हर रोज मां दुर्गा के नौ रूपों से संबंधित कहानियां, पूजा-अर्चना के विधि-विधान, नवरात्र से जुड़ी जुड़ी धार्मिक, आध्यात्मिक कथा-कहानियों की श्रृंखला विशेष कालम नवरात्र स्पेशल में पढ़ सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट भी देख सकते हैं DNHindi.com










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