नवरात्रि स्पेशल: इस बार डोली में सवार होकर आयेगी माँ शेरावाली
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस साल मां दुर्गा डोली में सवार होकर आ रही हैं। जो देश और दुनिया के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है।
नई दिल्ली: नवरात्र हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। इस बार शारदीय नवरात्रि गुरूवार, 21 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का आखिरी उपवास नवमी 29 सितंबर को होगा। मां दुर्गा के स्वागत में हर जगह चहल-पहल दिखाई दे रही है। बाजार से लेकर घर तक सब सजे हुए दिखाई दे रहे हैं। माँ शेरावाली गुरूवार को भक्तों के घर पधारने वाली है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जिसकी शुरुआत पहले दिन कलश स्थापना के साथ होती है।
यह भी पढ़ें |
नवरात्रि स्पेशल: महागौरी की पूजा से मिलेगी हर बाधा से मुक्ति
डोली की सवारी शुभ नहीं
ऐसा माना जाता है कि नवरात्र में कलश स्थापना के दिन मां की सवारी बदल जाती है। हर साल माता का वाहन अलग-अलग होता है। लेकिन इस बार मां दुर्गा का आगमन एक ऐसे वाहन पर हो रहा है जो देश और दुनिया के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों की माने तो मां दुर्गा इस बार डोली में सवार होकर आ रही हैं, जो शुभ नहीं है। इससे भूकंप, महामारी, राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक मामलों में उथल-पुथल का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषशास्त्रों के मुताबिक जिस साल मां दुर्गा सिंह पर सवार होकर आती है, वह वर्ष देश-दुनिया और जनता के लिए बहुत ही सुखद और मंगलकारी रहता है।
कलश स्थापना का महत्व
नवरात्रों में सबसे पहले कलश स्थापना की जाती है, जिसका विशेष महत्व है। कलश स्थापना से ही नवरात्र के व्रत की शुरुआत होती है। कलश स्थापना को मंगलकारी माना जाता है, जिससे कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं। कलश स्थापना से घर में खुशहाली व संपन्नता आती है।
यह भी पढ़ें |
चैत्र नवरात्र शुरू, देश भर के मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
शुभ मुहूर्त
इस बार की शारदीय नवरात्र में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 21 सितंबर की सुबह 6 बजकर 3 मिनट से लेकर 8 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। वैसे कलश स्थापना का दूसरा शुभ मुहूर्त भी है। इसके अलावा 21 सितंबर की सुबह 11 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक भी कलश स्थापना कर सकते हैं। कलश स्थापना की शुरुआत कलश में जौ बोकर और मां शेरावाली का आह्वान करके किया जा सकता है। यदि आप किसी कारण से जौ बोकर कलश स्थापना नहीं कर सकते हैं तो आप नौ दिन के व्रत का संकल्प लेकर ज्योति कलश की स्थापना कर सकते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ के पाठक शारदीय नवरात्र के पावन पर्व (21 से 29 सितंबर तक) पर हर रोज मां दुर्गा के नौ रूपों से संबंधित कहानियां, पूजा-अर्चना के विधि-विधान, नवरात्र से जुड़ी जुड़ी धार्मिक, आध्यात्मिक कथा-कहानियों की श्रृंखला विशेष कालम नवरात्र स्पेशल में पढ़ सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट भी देख सकते हैं DNHindi.com