एनआईए ने मप्र में आईएसआईएस से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया; तीन गिरफ्तार
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मध्य प्रदेश में तीन लोगों को गिरफ्तार कर आईएसआईएस से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। संघीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मध्य प्रदेश में तीन लोगों को गिरफ्तार कर आईएसआईएस से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। संघीय जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के साथ खुफिया विभाग के नेतृत्व वाले संयुक्त अभियान में जबलपुर में 13 स्थानों पर रातभर की गई छापेमारी के दौरान इन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने गिरफ्तार तीन लोगों की पहचान सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद के रूप में की और कहा कि उन्हें भोपाल में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जायेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान धारदार हथियार, गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किये गये।
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एनआईए ने 24 मई को खान की आईएसआईएस समर्थक गतिविधियों की जांच के दौरान एक मामला दर्ज किया था, जो पिछले साल अगस्त में एजेंसी के संज्ञान में आया था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एनआईए को पता चला कि वह और उसके सहयोगी आईएसआईएस के इशारे पर भारत में आतंकवादी हमले करने के लिए सोशल मीडिया मंच का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह मॉड्यूल स्थानीय मस्जिदों और घरों में बैठकें करता रहा है और देश में आतंक फैलाने की साजिश रचता रहा है।’’
अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि तीनों आरोपी कट्टरपंथी है और हिंसक ‘‘जिहाद’’ को अंजाम देने के लिए दृढ़ थे।
उन्होंने कहा, ‘‘वे धन इकट्ठा करने, आईएसआईएस प्रचार सामग्री का प्रसार करने, युवाओं को प्रेरित करने और भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से हथियार और गोला-बारूद खरीदने की कोशिश में लगे हुए थे।’’
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अधिकारी ने कहा कि अली ने ‘फिसाबिलिल्लाह’ नाम से एक स्थानीय समूह बनाया था और उसी नाम से एक व्हाट्सएप समूह भी संचालित कर रहा था। उन्होंने कहा कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पिस्तौल खरीदने की कोशिश कर रहा था और इस उद्देश्य के लिए जबलपुर स्थित एक अवैध हथियार आपूर्तिकर्ता के संपर्क में था।
अधिकारी ने कहा कि खान युवाओं को आईएसआईएस में शामिल करने के लिए प्रेरित करने और भर्ती करने के लिए कई यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप चैनल भी चला रहा था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जांच में पता चला है कि शाहिद ने भारत में हिंसक हमलों के लिए पिस्तौल, विस्फोटक उपकरण और ग्रेनेड सहित हथियार खरीदने की भी योजना बनाई थी।’’