नोएडा: CRPF जवानों को बेचे जा रहे थे नकली ट्रैक सूट, 6 अधिकारी निलंबित
उत्तर प्रदेश के नोएडा से अर्धसैनिक बल CRPF के जवानों को नकली ट्रैक सूट ऊंचे दामों में बेचे जाने का वाकया सामने आया है।पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नोएडा: यूपी के नोएडा से शनिवार को चौंकाने वाला मामला सामने आया है। देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल CRPF में जवानों को नकली ट्रैक सूट बढ़े हुए दामों में बेचा जा रहा था। इसमें फोर्स के सीनियर अधिकारियों को जैसे ही ये बात पता चली तो उन्होंने सख्त एक्शन लेते हुए 6 से अधिक अफसरों व कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया। इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।
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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार 8 अप्रैल को नोएडा स्थित CRPF के ग्रुप सेंटर में सीआरपीएफ वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन (CWA) द्वारा संचालित परिवार कल्याण केंद्र पर अनाधिकृत तौर से ट्रैक सूट की बिक्री हो रही थी। बल के असिस्टेंट कमांडेंट ने सीडब्ल्यूए अध्यक्ष और डीआईजी ग्रुप सेंटर को अपनी लिखित शिकायत थी कि जवानों को सप्लाई होने वाले ट्रैक सूट को ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है।
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ट्रैक सूट पर एक प्रतिष्ठित ब्रांड का नाम लिखा है। शिकायत करने वाले अधिकारी ने दावा किया कि यह ट्रैक सूट नकली है। इस मामले की विस्तृत जांच की जाए। सूत्रों ने बताया कि जब मामले की जांच की गई तो फोर्स के असिस्टेंट कमांडेंट द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए। मामले को लेकर अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद घपले में शामिल लोगों पर तत्काल कार्रवाई की गई और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट राहुल सोलंकी ने शिकायत की प्रति रीजनल सीडब्ल्यूए, जीसी नोएडा, आईजी विजिलेंस, डीआईजी वेलफेयर और डीआईजी ग्रेटर नोएडा को 8 अप्रैल 2024 को भेजी थी। इसमें कहा गया है कि फोर्स के परिवार कल्याण केंद्र (FWC) पर अनाधिकृत तौर से ट्रैक सूट की बिक्री हो रही है।
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नियमों के अनुसार, परिवार कल्याण केंद्र को व्यापार का अधिकार नहीं है। यह तो जवानों और उनके परिवारों के कल्याण की संस्था है। आरोप यह लगा कि इसी से जुड़े कुछ लोग जवानों को ट्रैक सूट बेच रहे हैं। यह ट्रैक सूट, बल की वर्दी का पार्ट नहीं है। यह पता चला है कि ट्रैक सूट जवानों को अधिक दामों पर जबरदस्ती यानी कम्पलसरी तौर पर बेचा जा रहा था।
CWA को लेकर नियम ये है कि इस केंद्र पर वही उत्पाद बेचे जा सकते हैं, जिन्हें वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य खुद बनाते हों, पर ये ट्रैक सूट वेलफेयर केंद्र में नहीं बनाया जाता है। यह जानकारी पत्र में दी गई है। जब ऐसा नहीं है तो किसकी इजाजत से बाहर से खरीद कर इन्हें सेंटर में रखा गया।
सीआरपीएफ सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जब जानकारी सीनियर अधिकारियों को हुई तो उन्होंने इसमें शामिल 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया है। यह इंस्ट्रक्शंस जारी किए गए हैं कि दूसरी जगह वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा चलाई गई तमाम गतिविधियों की जांच होनी चाहिए। जांच के बाद अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो।