राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक साथ नजर आए विपक्षी पार्टियों के दिग्गज..
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर पूरे विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर एकजुटता दिखाने की कोशिश की है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीन साल पूरा होने के अवसर पर विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर एकजुट होने का प्रयास किया। सोनिया गांधी ने भोज का आयोजन किया था जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव और मायावती सहित 17 दलों के नेता शामिल हुए।
सोनिया गांधी के भोज आयोजन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, जेडीयू नेता शरद यादव एवं केसी त्यागी ने भी हिस्सा लिया। बता दें की भोज का आयोजन संसद भवन पुस्तकालय में दिया गया।
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खास बात ये है कि एक दूसरे की विरोधी माने जाने वाली कई क्षेत्रीय पार्टियां भी एक साथ इस बैठक में एक साथ नजर आई एक तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती की मौजूदगी तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और वाम दलों के बड़े नेताओं का बैठक में एकसाथ शामिल होना विपक्ष के लिए खास माना जा रहा है।
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बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि फिलहाल किसी नाम पर चर्चा नहीं हुई है लेकिन जल्द ही हम एक साझा बयान जारी करेंगे।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम सहमति वाले उम्मीदवार के रूप में कई नामों पर चर्चा चल रही है, जिनमें पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल एवं महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी, जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार का नाम शामिल हैं।