राज्यसभा में भी उठा मॉब लिंचिंग का मामला, रोक के लिए सख्त कानून की सिफारिश

डीएन ब्यूरो

देश में हाल कि दिनों में अचानक बढ़ी मॉब लिंचिंग की घटनाओं से हर कोई चिंतित है। राज्यसभा में भी मंगलवार को इस पर गहरी चिंता जताई गयी और इसके खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की गयी। पूरी खबर..

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: किसी घटना को लेकर भीड़ द्वारा पीट-पीट कर किसी को मारने (मॉब लिंचिंग) की घटनाएं देश लगातार बढ़ती जा रही है, जो काफी चिंताजनक है। मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटना पर संसद में गहरी चिंता जतायी गयी। राज्य सभा में कुछ सांसदों द्वारा मंगलवार को मॉब लिंचिंग को रोकने के लिये कठोर कानून बनाने की मांग उठाई गयी। 

राज्य सभा में तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री ने सदन में शून्यकाल के दौरान मॉब लिंचिंग की घटना को उठाया। हाल ही में अलवर में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि सख्त कानू के जरिये इस तरह की घटना को रोका जा सकता था। लेकिन अब सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिये और इसके खिलाफ सख्त कानून बनाया जाना चाहिये। 

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शांता छेत्री के इस सुझाव पर अन्य सासंदों ने भी हामी भरी। 

हाल के दिनों में राजस्थान के अलवर समेत कई स्थानों से ऐसी घटनाएं सामने आयी है। लोगों में भी इस तरह की घटनाओं के बाद असुरक्षा का माहौल घर कर रहा है। सरकार भी इस बात को लेकर काफी चितिंत है। इसलिये मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाये जाने की लगातार मांग उठने लगी है। 

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