Pitru Paksha Day 1: पितृ पक्ष का पहला दिन आज, जानिये पितृ दोष लगने के कारण और इनको दूर करने के जरूरी उपाय
पितृ पक्ष हिन्दू महीने भाद्रपद की पूर्णिमा से शुरू हो जाता है। आज पितृ पक्ष का पहला दिन है। पितृ पक्ष में पूर्वजों का तर्पण, पिंडदान व श्राद्ध किया जाता है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये पितृ दोष के कारण और उनको दूर करने के उपाय
नई दिल्ली: पितृ पक्ष का हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि हिन्दू मास भाद्रपद की पूर्णिमा से लेकर अश्विन महीने की अमावस्या तक पितरों का वास धरती पर होता है। ऐसे में पितृ पक्ष के समय पितरों का तर्पण, पिंडदान व श्राद्ध किया जाता है। आज पितृ पक्ष का पहला दिन है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पितृ पक्ष पर पितृ दोष के कारण और उनको दूर करने के उपाय।
पितरों के आशीर्वाद से घर में धन-धान्य बना रहता है और कभी किसी तरह का कोई संकट नहीं आता है। लेकिन कुछ गलतियों और खामियों की वजह से पितर नाराज हो जाते हैं और लोगों को पितृ दोष झेलना पड़ता है।
डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट में जानिये कि पितृ दोष क्या होता है, किन वजहों से होता है और इसे किस तरह दूर किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें |
Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष में न करें ये भूल, लग सकता है पितृ दोष, जानिए ये जरूरी तिथि और श्राद्ध का विधान
पितृ दोष क्या होता है
माना जाता है कि नवम पर जब सूर्य और राहू की युति हो रही होती है तो पितृ दोष योग बनता है। शास्त्रों के अनुसार सूर्य व राहू जिस भी भाव में बैठते है, उस भाव के सभी फल नष्ट हो जाते हैं। व्यक्ति की कुण्डली में एक ऐसा दोष है, जो इन सब दु:खों को एक साथ देने की क्षमता रखता है, इस दोष को पितृ दोष के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष को अशुभ व दुर्भाग्यपूर्ण माना जाता है।
इन कारणों से लगता है पितृ दोष
- परिजन की मृत्यु के बाद अगर विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार नहीं किया जाता है तो पितृ दोष लगता है।
- घर के किसी व्यक्ति की अकाल मृत्यु होना भी पितृ दोष का कारण बन सकता है। इसलिए अकाल मृत्यु होने पर पितर शांति पूजा जरूर करानी चाहिए।
- माता-पिता का अनादर करना। उनकी मृत्यु के बाद पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध न करने की वजह से भी पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है।
- इसके अलावा पितरों का अपमान करना, असहाय व्यक्ति की हत्या, पीपल, नीम और बरगद के पेड़ कटवाने व जाने-अनजाने में नाग की हत्या करने से भी पितृ दोष लग सकता है।
पितृ दोष होने पर मिलते हैं ये संकेत
- पितृ दोष होने पर दांपत्य जीवन सुखी नहीं रहता है। वैवाहिक जीवन में हमेशा तनाव बना रहता है और पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हैं।
- परिवार की एकता भंग हो जाती है। इसकी वजह से घर में अक्सर लड़ाई व कहासुनी होती है।
- पितृ दोष होने पर घर के किसी सदस्य के विवाह में बाधाएं आती हैं। इसके अलावा शादी में भी कई दिक्कतें होती हैं। कई बार शादी तय होने के बाद टूट जाती है। शादी के बाद तलाक या अलगाव भी पितृ दोष का कारण माना जाता है।
- बच्चे होने में दिक्कतों का सामना करना भी पितृ दोष का कारण है। पितृ दोष की वजह से शादी के कई सालों तक संतान सुख का लाभ नहीं मिलता।
- घर में पितृ दोष होने की वजह से घर में बीमारियों का साया बना रहता है।
- पितृ दोष होने पर नौकरी व बिजनेस पर भी असर पड़ता है।
यह भी पढ़ें |
Pitru Paksha 2022: पितृ दोष की मुक्ति के लिए पितृ पक्ष की अमावस्या पर करें ये उपाय, जानिये कैसे मिलेगा लाभ
पितृ दोष को दूर करने के उपाय
- पितृ पक्ष में विधि-विधान से पूजा अर्चना कर पूर्वजों तर्पण और श्राद्ध करें।
- ब्राह्मण को भोजन कराकर दान-पुण्य करें।
- पितृ दोष को दूर करने के लिए साल की हर एकादशी, चतुर्दशी व अमावस्या पर कोशिश करें कि पितरों को जल अर्पित करें और त्रिपंडी श्राद्ध करें।
- इसके अलावा रोज़ दोपहर में पीपल के पेड़ की पूजा करें। पीपल के पेड़ में गंगाजल में काले तिल, दूध, अक्षत व फूल अर्पित करने से भी पितर खुश होते हैं और पितृ दोष दूर होता है।
- पितृ पक्ष में रोज घर में शाम के समय दक्षिण दिशा में तेल का दीपक जलाने से भी पितृ दोष दूर होता है।
- इसके अलावा किसी जरुरतमंद को खाना खिलाने, दान करने व गरीब कन्या के विवाह में मदद करने से भी पितृ दोष शांत होता है।
- घर में पूर्वजों की तस्वीर दक्षिण दिशा में लगाने और रोज उनसे अपनी गलती की माफी मांगने से भी पितृ दोष का प्रभाव कम होता है।
पितृ पक्ष से जुड़ी हर खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें डाइनामाइट न्यूज़ के इस लिंक को