पुलवामा हमले पर फिर छलका पीएम मोदी का दर्द, विपक्षियों को लिया निशाने पर
पुलवामा हमले को लेकर एक बार फिर पीएम मोदी का दर्द छलक उठा। इस दौरान उन्होंने विपक्षियों को भी निशाने पर लिया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में पढ़ें और क्या-क्या कहा है पीएम मोदी ने।
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 145 वी जयंती पर गुजरात के केवड़िया में पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद एक जनसमूह को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह देश कभी नहीं भूल सकता कि कुछ लोग पुलवामा हमले में जवानों की शहादत पर दुखी नहीं हुए थे। उस समय वे लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे। कई लोगों ने उस समय भद्दी राजनीति की थी। बता दें कि पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के मंत्री के कबूलनामे के बाद पीएम मोदी ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं,
जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है,
उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है।
अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं,
पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है: PMयह भी पढ़ें | महात्मा गांधी की 151वीं जयंती आज..राजघाट पहुंचकर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
— PMO India (@PMOIndia) October 31, 2020
आगे पीएम मोदी ने कहा कि ‘देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी। पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि राष्ट्रहित के लिए ऐसी राजनीति ना करें।
आज जब मैं परेड देख रहा था, तो मेरे मन में पुलवामा हमले की तस्वीर थी।
— BJP (@BJP4India) October 31, 2020
जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उसमे अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे।
उस समय विवादों से दूर रहकर मैं सारे आरोपों को झेलता रहा, भद्दी भद्दी बातों को सुनता रहा।#NationalUnityDay pic.twitter.com/Ut7ks0Nxs6
वहीं पीएम मोदी कहते हैं कि आज जब मैं परेड देख रहा था, तो मेरे मन में पुलवामा हमले की तस्वीर थी। जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उसमे अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे। उस समय विवादों से दूर रहकर मैं सारे आरोपों को झेलता रहा, भद्दी भद्दी बातों को सुनता रहा।
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमला में 40 जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई बुरी तरह से जख्मी हो गये थे।