तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस ने हिरासत में लिया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद बंडी संजय कुमार को बुधवार पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिसके बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद बंडी संजय कुमार को बुधवार तड़के पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिसके बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया।
करीमनगर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य संजय कुमार को पुलिस के एक दल ने उनके आवास से हिरासत में लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भाजपा नेता एवं अधिवक्ता रचना रेड्डी ने बताया कि पार्टी ने तेलंगाना उच्च न्यायालय के समक्ष एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है, जिसमें पुलिस को संजय कुमार को अदालत में पेश करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
पुलिस ‘‘एहतियाती गिरफ्तारी’’ और जिन आरोपों के आधार पर संजय को हिरासत में लिया गया था, उसके बारे में चुप्पी साधे हुए है। हालांकि, विभाग के एक पत्र में कहा गया है कि वारंगल के पुलिस आयुक्त ए वी रंगनाथ इस मामले पर शाम को एक संवाददाता सम्मेलन करेंगे।
आयुक्त ने मंगलवार को कहा कि सोशल मीडिया पर हिंदी एसएससी का प्रश्नपत्र प्रसारित करने वाले आरोपियों में से एक ने एक प्रति संजय कुमार को भी भेजी थी।
तेलंगाना में कक्षा 10वीं (एसएससी) बोर्ड परीक्षा का पेपर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन एक इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर आ गया था, जब 16 वर्ष के एक लड़के ने परीक्षा में बैठे एक छात्र से पेपर की तस्वीर ली और उसे उस छात्र के भाई के साथ साझा कर दिया जब परीक्षा चल रही थी।
पुलिस ने कहा कि पेपर को इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के एक समूह में साझा किया गया था और बाद में एक आरोपी द्वारा अन्य समूहों में साझा किया गया, जिसने इसे संजय कुमार को भी भेजा था।
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सोशल मीडिया में पेपर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और एक मामला दर्ज किया। उन्होंने छात्र के दोस्त को पकड़ लिया और ऐप पर प्रश्नपत्र प्रसारित करने वाले दो अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया।
शिक्षा विभाग द्वारा जिला अधिकारियों और पुलिस के माध्यम से गहन जांच की गई। यह निष्कर्ष निकला कि घटना कदाचार का मामला है और तदनुसार संबंधित कानूनों के तहत मामले दर्ज किए गए थे।
संजय कुमार ने मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मांग की थी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता के बारे में बात करने से पहले अपनी स्नातकोत्तर डिग्री व प्रमाण पत्र को जनता के समक्ष रखें।
के. चंद्रशेखर राव को यहां केसीआर के नाम से भी जाना जाता है। केसीआर और उनके मंत्री बेटे के टी रामाराव द्वारा मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए उसका नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी भारत को विश्व में विकास के मामले में पांचवें स्थान पर ले आए हैं।
इससे पहले सांसद के समर्थकों ने पुलिस को कुमार को हिरासत में लेने से रोकने की कोशिश की जिससे कुछ तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बिना कोई कारण बताए कुमार को ‘‘गिरफ्तार’’ करने को ‘‘अलोकतांत्रिक’’ करार दिया।
यह घटनाक्रम तब हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए आठ अप्रैल को तेलंगाना जाने वाले हैं।
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संजय कुमार को शुरुआत में राचकोंडा पुलिस आयुक्तालय सीमा के अधीन बोम्मलारामराम थाने में स्थानांतरित किया गया। बाद में पुलिस उन्हें वारंगल ले गई।
कुमार को हिरासत में लिए जाने का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता बोम्मलारामराम थाने के पास एकत्र हुए और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने संजय कुमार को तुरंत रिहा किए जाने की मांग भी की।
भाजपा विधायक एम रघुनंदन राव और पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को वहां जाने से रोका गया।
तेलंगाना के विकाराबाद जिले में सोमवार को चार सरकारी कर्मचारियों को तब निलंबित कर दिया गया जब एक सरकारी स्कूल के एक ‘प्रतीक्षारत’ निरीक्षक ने 10वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान तेलुगु प्रश्नपत्र की कथित तौर पर तस्वीर ली और उसे एक अन्य शिक्षक के साथ साझा कर दिया जबकि परीक्षा चल रही थी।
राज्य में एसएससी परीक्षाएं सोमवार को शुरू हुईं।