Aligarh Muslim University: जानिये, AMU के शताब्दी कार्यक्रम में पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी कार्यक्रम को संबोधित किया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने राष्ट्र के निर्माण में AMU के योगदान की तारीफ करते हुए कहा कि यह भारत की अमूल्य धरोहर है। यहां से तालीम लेकर निकले तमाम लोग दुनिया के सैंकड़ों देशों में छाए हुए हैं। विदेश यात्रा में मिलते हैं। एएमयू में एक मिनी भारत नजर आता है।
बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है।
— PMO India (@PMOIndia) December 22, 2020
उर्दू, अरबी और फारसी भाषा पर यहाँ जो रिसर्च होती है, इस्लामिक साहित्य पर जो रिसर्च होती है, वो समूचे इस्लामिक वर्ल्ड के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा देती है: PM
पीएम मोदी ने कहा कि समाज में तमाम तरह के वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्र के लक्ष्य के प्राप्ति की हो तो सभी मतभेद को किनारे रख देने चाहिए। देश में कोई किसी भी जाति या मजहब का हो, उसे देश को आत्मनिर्भर बनाने की ओर योगदान देना चाहिए।
अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है।
हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है: PMयह भी पढ़ें | लखनऊः पीएम मोदी के दौरे से पहले अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार
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पीएम मोदी ने कहा कि यहां बिना भेदभाव विकास कार्य हो रहे है। कोई मजहब की वजह से पीछे ना रहे। सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वाश ही देश का मंत्र है। आज देश गरीबों के लिए बिना भेदभाव योजना बना रहा है। एक करोड़ खाते खुले, 8 करोड़ महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला। 80 करोड़ लोगों को कोराना में बिना भेदभाव लाभ मिलाा। देश है वह हर व्यक्ति का है। कुछ दिन पहले मेरी मुलाकात एएमयू के पूर्व छात्र से हुई। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन में टॉयलेट बने। उसका लाभ सभी को मिला।
Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है।
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6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं।
शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं: PM
एमयू के तमाम विभागों की बिल्डिंग को सजाया गया है। ये बिल्डिंग ही नहीं, इनसे शिक्षा का इतिहास जुड़ा कोरोना संक्रमण के समय एएमयू ने जो मदद की, वह अमूल्य है। अभी कुछ दिन पहले चांसलर की एक चिठ्ठी मिली है। उन्होंने वैक्सीन में हर मदद का भरोसा दिया है। यहां एक ओर उर्दू तो दूसरी ओर हिंदी पढ़ाई जाती है। फारसी है तो संस्कृत भी है।
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सरकार higher education में number of enrollments बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है।
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वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थीं। आज 23 IITs हैं।
वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थीं। आज 25 IIITs हैं।
वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे। आज 20 IIMs हैं: PM
पीएम मोदी ने कहा कि AMU से कई सेनानी निकले हैं, जिन्होंने अपने विचारों से हटकर देश के लिए जंग लड़ी। सियासत सिर्फ समाज का एक हिस्सा है, लेकिन सियासत-सत्ता से अलग देश का समाज होता है। ऐसे में देश के समाज को बढ़ाने के लिए हमें काम करते रहना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि AMU के सौ साल पूरे हो रहे हैं, ऐसे में सौ हॉस्टल के छात्र कुछ रिसर्च करें। आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में रिसर्च करें, जिनके बारे में अब तक काफी कम लोग जानते हैं। इनमें 75 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, 25 महिला स्वतंत्रता सेनानी के बारे में जानकारी इकट्ठा करें. पीएम मोदी ने साथ ही पुरानी पांडुलिपी को डिजिटल क्षेत्र के जरिए दुनिया के सामने लाएं।