रायबरेली: पीएम के स्वच्छ भारत मिशन अभियान को पलीता लगा रहे अधिकारी, लोगों की नहीं हो रही सुनवाई
यूपी के रायबरेली में गंदगी के कारण लोगों का जीना दुर्भर हो चुका है, लेकिन अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: शहर की नवीन मंडी के अधिकारी स्वच्छ भारत अभियान को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसलिए यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां व सड़क गंदे पानी से भारी दिखाई देती हैं जिसके कारण यहां आने वाले किसानों के साथ-साथ दुकानदारों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को लोगों ने बताया कि मानसून आने को है ऐसे में इस प्रकार के हालात आने वाले समय में स्थिति को और भी बद्तर बना सकते है।
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स्थानीय दुकानदार ने बताया कि बहुत साल हो गए यहां पर नाली में गंदगी की समस्या हम लोग देख रहे हैं। समय-समय पर सचिव आता है समस्याओं का निदान करने की सिर्फ बात कहकर चले जाते हैं। अभी चुनाव से कुछ दिन पहले राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने यहां मीटिंग करवाई थी। उन्होंने कुछ दुकानों का लोकार्पण भी किया था। आदेश दिया था की नई दुकान बनेगी व पुरानी मरम्मत की जाएगी।
उनका भाषण केवल भाषण रह गया। लेकिन जमीन स्तर पर अभी कुछ नहीं हुआ है। निचले हिस्सों की तरफ जल भराव होता है। जिसे हम अपने निजी खर्च से सफाई करवाते हैं। अभी बारिश भी नहीं हुई है लेकिन फिर भी यहां पानी जमा हो जाता है। हम लोग कई बार शिकायत करते हैं लेकिन उससे कोई मतलब नहीं होता। इसका जिम्मेदार मंडी समिति है।
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वहीं दुकानदार सरोज कुमार ने बताया कि गल्ला मंडी में कोई ऐसा समय नहीं रहता जब गंदगी न रहती हो। इतनी गंदगी फैली रहती है कि हम लोग कीचड़ में रहते हैं। दो-तीन दिन में सफाई कर्मचारी आता है लेकिन तब भी सफाई नहीं होती। यहां पर शौचालय की सुविधा भी नहीं है। हमें मजबूरन रोड पर सामान बेचना पड़ता है।
मंडी सचिव प्रेम चंद ने गंदगी के मामले में कहा कि नालियों में गंदगी नहीं है। कहीं पर पानी की टूटी टूट जाती है तो पानी भर जाता है। नालियों में सफाई के लिए सात आठ लेबर लगाया जाता है।