ओडिशा में राष्ट्रपति मुर्मू के पैतृक स्थान पर पहली यात्री ट्रेन को रेलवे की मंजूरी
ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले को चार जोड़ी ट्रेनों में से तीन ट्रेन मिल गई हैं। अधिकारियों यह जानकारी दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
भुवनेश्वर: ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले को चार जोड़ी ट्रेनों में से तीन ट्रेन मिल गई हैं। अधिकारियों यह जानकारी दी है।
भारतीय रेलवे ने हाल ही में इन ट्रेनों को मंजूरी दी थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक नयी ट्रेनों में कोलकाता (शालीमार)-बदामपहाड़-कोलकाता (शालीमार) साप्ताहिक एक्सप्रेस, बदामपहाड़-राउरकेला-बदामपहाड़ साप्ताहिक एक्सप्रेस, राउरकेला-टाटानगर-राउरकेला (सप्ताह में 6 दिन) और टाटानगर-बदामपहाड़-टाटानगर (सप्ताह में 6 दिन) शामिल हैं।
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पूर्वी तटीय रेलवे (ईसीओआर) द्वारा जारी एक बयान में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह पहली बार है कि टाटा-बदामपहाड़ मार्ग पर मेल/एक्सप्रेस ट्रेन कनेक्टिविटी होगी।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पैतृक स्थान रायरंगपुर और मयूरभंज जिले के बदामपहाड़ को अब मेल या एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी।
वैष्णव ने कहा कि यह क्षेत्र के लोगों की काफी समय से लंबित मांग थी।
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उन्होंने कहा कि नयी ट्रेन स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, आदिवासी क्षेत्र के विकास में मदद करेगी और आकांक्षी जिलों को अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
मंत्री ने कहा कि ये ट्रेन जल्द ही शुरू की जाएंगी।