राजस्थान विधानसभा चुनावः बौखलाई BJP..वसुंधरा के सामने चुनावी मैदान में यह प्रत्याशी भरेगा हुंकार

डीएन ब्यूरो

राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के लिये 7 दिसंबर को मतदान होना है। इसके लिये अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों बड़े दलों ने अपनी कमर कस ली है। इस बार प्रदेश की मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे को टक्कर देने के लिये कांग्रेस ने बड़ा दाव खेला है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें BJP को कैसे मिलेगी यहां कड़ी टक्कर

वसुंधरा के खिलाफ मैदान में मानवेंद्र सिंह
वसुंधरा के खिलाफ मैदान में मानवेंद्र सिंह


जयपुरः राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के लिये 7 दिसंबर को होने वाले मतदान को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने कमर कसनी शुरू कर दी है। दोनों पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में एक से बढ़कर एक धुरंधर प्रत्याशियों को मैदान में उतार रहे हैं। वर्तमान में सत्तारूढ़ बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिये कांग्रेस ने ऐड़ी चोटी का दम लगाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने शनिवार को निकाली अपनी दूसरी सूची में 32 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया।      

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कांग्रेस की यह दूसरी सूची इसलिये भी खास रही क्योंकि इसमें कांग्रेस ने बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। इससे अब झालरापाटन विधानसभा की यह सीट दिलचस्प हो गई है, इससे यहां अब मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है।      

 

 BJP अध्यक्ष अमित शाह के साथ वसुंधरा राजे

 

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बता दें कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन की विधानसभा सीट से चौथीर बार उम्मीदवार है। यहां से राजे ने 2003 में चुनाव पड़ा था। झालरापाटन को लेकर वसुंधरा कई बार यह कह चुकी है कि इस सीट से उनका 30 साल पुराना रिश्ता है। वह यहां से पहले सासंद भी रह चुकी है। इस विधानसभा सीट से कांग्रेस ने जब इससे पहले राजे के खिलाफ मीनाक्षी चंद्रावत को मैदान में उतारा था तो चंद्रावत को मुंह की खानी पड़ी थी।     

 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पार्टी कार्यकर्ता

 

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राजे ने उन्हें एक बड़े अंतर से हराया और 60896 सीटें ज्यादा प्राप्त की थी, राजे को यहां 114384 और मीनाक्षी चंद्रावत को 53488 मिले थे। अब एक बार फिर कांग्रेस ने दाव खेला है और इस बार पार्टी आलाकमान ने ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा है जो खुद पहले बीजेपी का सदस्य रह चुका है। अब ये देखना दिलचस्प रहेगा कि झालावाड़ विधानसभा क्षेत्र के मतदाता किसे अपना प्रतिनिधि चुनते हैं। 










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