Sambhal Violence: संभल पुलिस ने जारी किए 250 पत्थरबाजों के पोस्टर, पहचान बताने वालों को इनाम
यूपी के संभल में हिंसा फैलाने वाले 250 आरोपितों के पोस्टर पुलिस प्रशासन की ओर से जारी किए गए हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
संभल: मस्जिद में मंदिर होने का दावा पेश किए जाने पर हुए दूसरे चरण के सर्वे के दौरान हिंसा फैलाने वाले 250 आरोपितों के पोस्टर पुलिस प्रशासन की ओर से जारी किए गए हैं। इन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के साथ ही शहर व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किया जाएगा। इनकी पहचान कर पता बताने वालों का नाम गोपनीय रखते हुए उन्हें इनाम भी दिया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इसके साथ ही बवाल के बाद फरार हुए उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए एक दर्जन से अधिक टीमें गठित की गई हैं, जो आसपास क्षेत्र के अलावा एनसीआर व उत्तराखंड में भेजी गई हैं। इसके साथ ही जिन 27 लोगों को जेल भेजा जा चुका है उनका डाटा खंगाला जा रहा है।
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पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार, जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। उनपर बलवा समेत अन्य धाराएं लगाने के साथ ही एनएसए कार्रवाई की जाएगी। जो लोग भी पत्थर बरसाने, आगजनी करने करने और फायरिंग करने वाले थे उनमें से अधिकांश ड्रोन कैमरों और दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए थे। जिनकी फुटेज निकाली जा चुकी हैं और उनके पोस्टर भी तेयार कराए गए हैं।
एसपी के अनुसार 250 लोगों के पोस्टर निकलवाए गए हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के साथ सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कराया जाएगा। जो भी इनके बारे में सूचना देगा उसे पुलिस प्रशासन की ओर से इनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिलाएं भी पत्थरबाजी करते समय कैमरों में कैद हो गईं थीं।
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बवाल के बाद ही पुलिस सक्रिय हो गई थी। उसी दिन 27 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें अगले दिन अदालत में पेश कर कर जेल भेजा गया। इनसे बरामद मोबाइल का डाटा रिकवर करने के लिए एक टीम लगाई गई है। इससे पता लग सकेगा क्या कि बवाल करने से पहले आरोपियों ने क्या रणनीति तैयार की थी। शहर में बवाल करने के बाद उपद्रवी फरार हो गए थे। इनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिशें दे रही है।
पुलिस की कार्रवाई को लेकर शुरू में उठे विरोध के स्वर भी अब शांत होने लगे हैं। कुछ राजनीतिक लोग दूर दराज से ही बयानबाजी कर रहे हैं। बता दें कि बवाल से अगले दिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से 37 नामजद और 3750 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।