पुंछ हमले के आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी, जानिये अब तक का अपडेट
जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे एक बड़े अभियान के तहत अभी तक करीब 50 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पुंछ: जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे एक बड़े अभियान के तहत अभी तक करीब 50 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। यह अभियान मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राइफल्स इकाई द्वारा आयोजित इफ्तार के लिए अग्रिम इलाके के एक गांव में फलों और अन्य वस्तुओं को ले जा रहे ट्रक पर बृहस्पतिवार की शाम घात लगाकर हमला किया गया था, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए और एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया।
हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बाटा डोरिया-तोता गली तथा पड़ोसी इलाकों में एक व्यापक घेराबंदी तथा तलाश अभियान पांचवें दिन भी जारी है।
यह भी पढ़ें |
पुंछ आतंकी हमले को लेकर पूछताछ जारी, 40 से अधिक लोग हिरासत में, जानिये ताजा अपडेट
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घने वन्य इलाकों में अभियान में विशेष बल और एनएसजी भी शामिल हैं। अभियान में ड्रोन, खोजी कुत्तों और मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हमले के संबंध में करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनमें से कुछ को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है सात से आठ आतंकवादियों के दो समूहों ने इस हमले को अंजाम दिया।
यह भी पढ़ें |
पुंछ आतंकवादी हमले में बड़ा खुलासा, आंतकवादियों को पनाह व मदद देने वाला व्यक्ति हिरासत में, पढ़िये ये अपडेट
जांच में पता चला है कि आतंकवादी ट्रक पर हमला करने से पहले संभवत: सड़क मार्ग पर छिपे हुए थे।
सूत्रों ने बताया कि बख्तरबंद वाहन पर गोलियों के 50 से अधिक निशान मिले हैं जो आतंकवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी को दिखाती है।
उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान जवानों को इलाके में कुछ प्राकृतिक गुफा वाले ठिकाने भी मिले जिनका संभवत: पहले आतंकवादियों ने इस्तेमाल किया होगा। सेना आईईडी की भी तलाश कर रही है। उसे आशंका है कि आतंकवादियों ने घने वन्य क्षेत्र में, खासतौर से गहरी खाइयों और गुफाओं में आईईडी लगा रखे होंगे।