शहनाज हुसैन का बिजनेस मॉडल हावर्ड में पढ़ाया जाएगा

डीएन ब्यूरो

सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन द्वारा विज्ञापन या प्रचार के बिना शहनाज हुसैन ब्रांड को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए इस केस स्टडी को प्रतिष्ठित हावर्ड बिजनेस स्कूल वास्टन के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।

फ़ाइल फ़ोटो
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नई दिल्ली: सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन द्वारा विज्ञापन या प्रचार के बिना शहनाज हुसैन ब्रांड को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए इस केस स्टडी को प्रतिष्ठित हावर्ड बिजनेस स्कूल वास्टन के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। तो अब शहनाज हुसैन ब्रांड की सफलता की गाथा हावर्ड बिजनेस स्कूल के छात्रों को पढ़ाई जाएगी। हावर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर सुनील गुप्ता द्वारा शहनाज हुसैन के वीडियो इंटरव्यू 'क्रीएटिंग इमरजिंग मार्केट' को बिजनेस स्कूल के प्रश्न-उत्तर प्रारूप मंे पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। 

वीडियो इंटरव्यू में शहनाज हुसैन ने नियमित मार्केटिंग विज्ञापन तथा प्रचार के बिना मात्र उत्पाद की गुणवत्ता के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड स्थापित करने के बारे में बताया है। शहनाज ने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं, तेहरान के संघर्षमय जीवन, व्यक्तिगत उपलब्धियों, भावी महत्वकांक्षाओं तथा कारपोरेट जगत के माध्यम से जनकल्याण एवं समाज कल्याण की जानकारी प्रदान की है। 

इंटरव्यू में शहनाज हुसैन द्वारा एक बालिका वधु द्वारा समाज की जंजीरों को तोड़कर प्राकृतिक सौंदर्य तथा आयुर्वेद में पथ प्रदर्शक रूप में उभरने की कहानी को विस्तार से बताया गया है। इंटरव्यू में शहनाज द्वारा लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क, जर्मनी तथा डेनमार्क की प्रतिष्ठित सौंदर्य संस्थानों में स्थान पाने के लिए किए गए भागीरथ प्रयासों को बताया गया है।

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हावर्ड में पढ़ाए जाने के मुद्दे पर शहनाज हुसैन ने कहा कि उन्हें अपनी सफलता की कहानी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों को पढ़ाने के लिए चयनित किए जाने से अत्यंत प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि भारत की 3000 पुरानी सभ्यता पर आधारित आयुर्वेदिक सूत्रों को वह विश्वभर में भारत के विकास गाथा के रूप में प्रस्तुत करेंगी।

वर्तमान सौंदर्य बाजार में प्रतिस्पर्धा के बावजूद शहनाज हुसैन के आयुर्वेदिक उत्पाद बिना किसी व्यापारिक विज्ञापन के उत्पादों के गुणवत्ता के आधार पर ही धड़ल्ले से मार्केट में बिक रहे हैं। 400 अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंचाइजी तथा 600 डिस्ट्रीब्यूटरों के माध्यम से विश्व के अनेक देशों में विशुद्ध आयुर्वेदिक उत्पाद बेचे जा रहे हैं। 

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वर्ष 1980 में 'फेस्टिवल ऑफ इंडिया' में उन्हें एंट्री प्रदान करके अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान किया था। पूरा विश्व जब रासायनिक उत्पादों के हानिकारक प्रभावों से त्रस्त था उस समय शहनाज हुसैन ने भारत की प्राचीन सभ्यता पर आधारित आयुर्वेदिक उत्पादों को बाजार में उतारा जिसे पूरे विश्व में शहनाज हुसैन ब्रांड के नाम से हाथों हाथ लिया गया।

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उन्हें कई अंतर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें लंदन स्कूल ऑफ इकनोमिक्स, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय तथा एमआईटी कैम्ब्रिज में विभिन्न अवसरों पर व्यापारिक सफलता के सूत्र बताने और भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया।   (आईएएनएस)










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