शिवराज सिंह चौहान का बड़ा दावा, लोकसभा चुनाव से पहले लागू होगा सीएए
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव से पहले संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू हो जाने का भरोसा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव से पहले संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू हो जाने का भरोसा है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि कुछ विपक्षी दलों के दावों के विपरीत सीएए का उद्देश्य नागरिकता रद्द करने के बजाय नागरिकता देना है।
यह भी पढ़ें: भाजपा के प्रदर्शन के मद्देनजर धारा 144 लागू, जानिए पूरा मामला
चौहान ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि लोकसभा चुनाव से पहले सीएए लागू हो जाएगा। इस कानून की बहुत आवश्यकता है। यह बार-बार स्पष्ट किया गया है कि यह कानून किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह पड़ोसी देशों के उन भाइयों और बहनों को नागरिकता देने के लिए है जो धार्मिक उत्पीड़न के कारण देश छोड़कर भागने को मजबूर हुए थे।’’
यह भी पढ़ें: राशन घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन, कोलकाता में कई स्थानों पर की छापेमारी
शिवराज ने ऐसे समय में यह बयान दिया है जब इस महीने की शुरुआत में इस प्रकार की खबरें आई थीं कि इस कानून के नियमों को लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले अधिसूचित किया जाएगा।
भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2029 में अधिनियमित सीएए का उद्देश्य उत्पीड़न का शिकार हुए बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों सहित उन गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है, जो 31 दिसंबर,2014 से पहले भारत आए थे।
यह भी पढ़ें |
CAA: लोक सभा चुनाव से पहले देश में लागू होगा सीएए, जानिये ये बड़ा अपडेट
विवादास्पद सीएए को लागू करने का वादा पिछले लोकसभा चुनाव और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए एक प्रमुख चुनावी मुद्दा था। पार्टी नेताओं का मानना है कि इसने राज्य में भाजपा के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चौहान को पश्चिम बंगाल में हावड़ा क्लस्टर-जिले की दो लोकसभा सीटों के संगठन की निगरानी का काम सौंपा गया है।
उन्होंने राज्य से 35 लोकसभा सीट जीतने के लक्ष्य को हासिल करने का विश्वास जताया।
चौहान ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘बंगाल में ‘कट, कमीशन और भ्रष्टाचार’ का राज चल रहा है और राज्य की जनता टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के कुशासन से तंग आ चुकी है। पिछली बार हमने 18 सीट जीती थीं। इस बार हमें राज्य से 35 से अधिक सीट पर जीत का भरोसा है।’’
पिछले लोकसभा चुनाव में तृणमूल ने राज्य से 22 सीट, कांग्रेस ने दो सीट और भाजपा ने 18 सीट हासिल की थीं।
चौहान ने संदेशखालि में अशांति को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘संदेशखालि में हुए खुलासे रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं। राज्य सरकार ने ऐसी चीजें होने दीं।’’
संदेशखालि में लगातार छठे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी है। वहां तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित “गिरोह” की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं। आरोपों में जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करना और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करना शामिल है।
यह भी पढ़ें |
सीएए के विरोध के नाम पर देश तोड़ने की साजिश: भाजपा
चौहान ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को लेकर राहुल गांधी की भी आलोचना की और सवाल किया कि कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं?
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस न्याय यात्रा कर रही है, तो वह संदेशखालि में अन्याय के बारे में चुप क्यों है? कांग्रेस का दोहरा मापदंड अब उजागर हो गया है।’’
चौहान ने विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्ल्युसिव एलायंस'(इंडिया) के दो सहयोगियों के पाला बदलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो जाने को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ ऐसे दलों का गठबंधन है जिनमें वैचारिक प्रतिबद्धता का अभाव है, इसलिए यह होना ही था।’’
उन्होंने ‘इंडिया’ छोड़कर राजग में शामिल हुए जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के स्पष्ट संदर्भ में कहा, ‘‘लोग कांग्रेस या उसके ‘इंडिया’ गठबंधन पर भरोसा क्यों करेंगे, जब उसके पास कोई वैचारिक प्रतिबद्धता ही नहीं है? वह (गठबंधन) ताश के पत्तों की तरह ढह रहा है और उसके सहयोगी उसे छोड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस को कम से कम 40 सीट जीतने की चुनौती दी थी। इस देश के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा द्वारा पिछले 10 वर्षों में किए गए विकास कार्यों पर भरोसा करते हैं।’’