अरुणाचल प्रदेश में गुरु नानक देव से जुड़ा तीर्थस्थान बौद्ध मंदिर में तब्दील, SGPC ने लगाया बड़ा आरोप, जानिए पूरा मामला
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने शनिवार को आरोप लगाया कि अरुणाचल प्रदेश में सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव से जुड़े एक तीर्थस्थान को बौद्ध मंदिर में तब्दील कर दिया गया है।
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने शनिवार को आरोप लगाया कि अरुणाचल प्रदेश में सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव से जुड़े एक तीर्थस्थान को बौद्ध मंदिर में तब्दील कर दिया गया है।
एसजीपीसी ने एक बयान में दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू द्वारा आठ अप्रैल को सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि मेचुका में स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक तपस्थान को बौद्ध मंदिर में तब्दील कर दिया गया है।
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने इस कथित कृत्य को ‘सिखों पर हमला’ करार दिया और कहा कि एक समुदाय के किसी भी धार्मिक स्थान को दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थान में बदलना संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।
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धामी ने कहा कि गुरुनानक देव ने मानवता के कल्याण के लिए विभिन्न स्थानों की धार्मिक यात्राएं की थीं, जिन्हें सिख इतिहास में ‘उदासियां’ के नाम से जाना जाता है। इन यात्राओं में मेचुका की यात्रा भी शामिल है।
एसजीपीसी के अध्यक्ष ने कहा कि गुरुद्वारा गुरु नानक तपस्थान की स्थापना गुरु नानक देव की याद में की गई थी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
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धामी ने कहा कि वह राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई की मांग करेंगे।