महराजगंज: निलंबित दारोगा चार दिन में ही चौकी प्रभारी नियुक्त, चर्चाओं का बाजार गरमाया, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

महराजगंज जनपद के पुलिस विभाग में एक दिलचस्प मामला देखने को मिला है। यहां एक सस्पेंड दारोगा को चार दिन में ही बहाल कर चौकी का प्रभारी बना दिया गया। जिसकी चर्चा जिले भर में हो रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी कहानी

कार्यालय पुलिस अधीक्षक (फ़ाइल)
कार्यालय पुलिस अधीक्षक (फ़ाइल)


महराजगंज: जनपद में इस बात चर्चाएं जोर पकड़ती जा रही है कि आखिर निलंबन के चार दिनों के अंदर ही कोई दारोगा कैसे किसी चौकी का प्रभारी बन सकता है। लोग कह रहे हैं कि कुछ मजबूरियां तो साहब की जरूर रही होंगी। सवाल उठ रहे हैं कि क्या दारोगा को सस्पेंड करना गलत निर्णय था? या चार दिनों में ही उसी दारोगा को बहाली कर चौकी प्रभारी बना देना सही?

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक नौतनवा थाने में तैनात एक दारोगा विजय द्विवेदी अपने तीन पुलिस कर्मियों के साथ बिना ट्रांज़िट रिमांड और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिये ही गैर जनपद में घुसकर दुष्कर्म के एक आरोपी फ़ाइनेंस कंपनी के कैशियर को गिरफ्तार करने चले गए थे।

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गिरफ्तारी के बाद उसी बैंक के मैनेजर ने संबन्धित थाने में जाकर अपहरण की सूचना दी। फिर उस जिले में अलर्ट कर दिया गया। इस बात की भनक जब महराजगंज पुलिस अधीक्षक को लगी तो उन्होंने 17 मार्च को दारोगा विजय द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया था।

अब चार दिन में ही निलंबति दारोगा को बहाल कर चौकी प्रभारी बना दिया गया। सवाल उठाये जा रहे हैं कि निलंबन के बाद वह कौन सी ऐसी मजबूरी थी कि चार दिन में ही आरोपी दारोगा को परतवाल चौकी का प्रभारी बना दिया गया। इस बात की चर्चा जिले भर में ज़ोरों से हो रही है।

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