Ram Shiromani Verma: सपा ने बसपा से निष्कासित राम शिरोमणि को श्रावस्ती से बनाया उम्मीदवार, जानिये उनके बारे में
समाजवादी पार्टी ने रविवार बसपा से निष्कासित सांसद राम शिरोमणि को श्रावस्ती से उम्मीदवार बनाया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
बलरामपुर: लंबे समय से लोकसभा श्रावस्ती क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी कौन होगा, यह चर्चा का विषय बना हुआ था। रविवार को समाजवादी पार्टी से बसपा से निष्कासित सांसद राम शिरोमणि को बनाया है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद न सिर्फ चर्चाओं का बाजार गर्माया साथ लोकसभा श्रावस्ती क्षेत्र से राजनैतिक माहौल भी गर्म हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये राम शिरोमणि वर्मा के बारे में
2019 में बने थे सांसद
राम शिरोमणि वर्मा अंबेडकर नगर के मूल निवासी है। वर्ष 2019 में राम शिरोमणि वर्मा सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी थे। इन्होंने भाजपा के वर्तमान सांसद को करीब 5000 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी।
बाहरी प्रत्याशियों का गढ़
14वीं लोकसभा तक लगभग 10 बाहरी लोग बलरामपुर- श्रावस्ती से चुने गए है। इतिहास पर अगर नजर डालें तो इस क्षेत्र पर हमेंशा से बाहरी लोगों का दवदबा रहा है। 1952 में बैरिस्टर हैदर हुसैन रिजवी चुनाव जीते।
यह कहां के रहने वाले थे इसका कोई प्रमाण नही है। इसके बाद ग्वालियर मध्य प्रदेश से आकर अटल बिहारी बाजपेयी ने 1957 में चुनाव जीता। 1962 में सियालकोट निवासी सुभद्रा जोशी यहां से सांसद बनीं जिनका दूर-दूर तक इस क्षेत्र से कोइ नाता नहीं था।
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1984 के लोकसभा चुनाव में गोण्डा के महंत दीप नरायन वन यहां से सांसद चुने गए। 1989 के चुनाव में गैर जनपद के फजीउरहमान उर्फ मुन्नन खा यहाँ से सांसद बने।
इसके बाद 1991 का दौर आया जब गोंडा के सत्यदेव सिह 1991 व 1996 में लगातार सांसद रहे। बलरामपुर जिले के तुलसीपुर के रहने वाले रिजवान जहीर ने उन्हें शिकस्त देते हुए 1998 के चुनाव में हरा दिया था।
1999 में फिर से चुनाव हुआ। जिसमें पुनः रिजवान जहींर जीते। 2004 के चुनाव में गौडा के बुज़भूषण शरण सिंह यहां से सासद चुने गए। यह भी गैर जनपद के थे।
वर्ष 2009 में बलरामपुर जिले के निवासी विनय कुमार पाण्डे ने व 2014 में श्रावस्ती क्षेत्र के ददद्न मिश्रा ने जीत दर्ज की। वही 2019 में एक बार फिर अंबेडकर नगर के निवासी राम शिरोमणि वर्मा ने जीत दर्ज की।
गायब रहने का आरोप
सांसद राम शिरोमणि वर्मा इस बार सपा से श्रावस्ती लोकसभा चुनाव में दावेदारी ठोकी है। राम शिरोमणि वर्मा पर बलरामपुर के लोगो ने क्षेत्र से नदारद रहने के खिताब दे चुके है।
सोशल मीडिया पर भी कई बार ये ट्रोल हो चुके है। ऐसे में इस बार इन्हे जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है।
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सपा को नहीं मिला क्षेत्र से कोई नेता
समाजवादी पार्टी के टिकट घोषणा के बाद से राजनैतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। स्थानीय लोगो का कहना की सपा को कोई क्षेत्र का प्रत्याशी नही मिला जो उन्होंने ने भी बाहरी प्रत्याशी पैराशूट से क्षेत्र में उतार दिया है।
वही राजनैतिक विशेषज्ञों का कहना है की। सपा प्रत्याशी को क्षेत्र की जनता के आक्रोश झेलना पड़ेगा जिससे कही न कही सपा को नुकसान पहुंच सकता है। बाकी जनता किसे ताज पहनाती यह तो जनता ही फैसला करेगी।
बसपा ने अभी नहीं घोषित किया प्रत्याशी
श्रावस्ती लोकसभा क्षेत्र से सबसे पहले भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया। भाजपा ने एमएलसी साकेत मिश्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है।
वही सपा ने बसपा से निष्कासित सांसद राम शिरोमणि वर्मा पर दांव खेला है। वही बसपा ने अपना पत्ता नही खोला है। माना जा रहा है की बसपा ने अगर किसी स्थानीय प्रत्याशी पर दांव खेला तो यहां लड़ाई त्रिकोणीय होने की संभावना है।