भारत के 15 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने किया गिरफ्तार, तमिलनाडु के सीएम ने केंद्र को लिखा पत्र

डीएन ब्यूरो

तमिलनाडु के कम से कम 15 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने और उनकी नौकाओं को जब्त किए जाने की सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार को केंद्र को दी। उन्होंने केंद्र से मछुआरों की रिहाई और नौकाओं को वापस लाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने केंद्र को पत्र लिखा
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने केंद्र को पत्र लिखा


चेन्नई: तमिलनाडु के कम से कम 15 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने और उनकी नौकाओं को जब्त किए जाने की सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार को केंद्र को दी। उन्होंने केंद्र से मछुआरों की रिहाई और नौकाओं को वापस लाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार स्टालिन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर कहा कि श्रीलंका द्वारा 15 मछुआरों की गिरफ्तारी किए जाने और मछली पकड़ने वाली उनकी नौकाओं को जब्त किए जाने से राज्य में मछुआरा समुदाय में तनाव और भय व्याप्त है।

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दो नावों में मछली पकड़ने के लिए निकले मछुआरों को नौ जुलाई को श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया था। हजारों मछुआरों की आजीविका भारत-श्रीलंका समुद्री सीमा के पास पानी में मछली पकड़ने की गतिविधियों पर निर्भर करती है। वे अपने परिवार और समुदाय का भरण-पोषण करने के लिए पूरी तरह से मछली पकड़ने पर निर्भर हैं।

स्टालिन ने लिखा, “दुर्भाग्य से, श्रीलंकाई नौसेना द्वारा (मछुआरों को) पकड़े जाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे मछुआरे और उनके परिवार गहरी पीड़ा और अनिश्चितता में हैं।”

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मुख्यमंत्री ने पकड़े गए मछुआरों को तुरंत रिहा कराने और जब्त की गईं नौकाओं की वापसी सुनिश्चित करने के लिए मंत्री से हस्तक्षेप का अनुरोध किया।

उन्होंने पत्र में लिखा, “राजनयिक माध्यम से, हम एक सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंच सकते हैं जो भारत और श्रीलंका के बीच मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखते हुए हमारे मछुआरों के अधिकारों एवं आजीविका का सम्मान करे। मुझे आपके कार्यालय से सकारात्मक प्रतिक्रिया का बेसब्री से इंतजार है।”










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