दस लाख लोगों के डिजिटल फिंगरप्रिंट क्यों रखे गये, जानिये ये बड़ी वजह

डीएन ब्यूरो

न्यायालयों द्वारा दोषी ठहराए गए 10 लाख व्यक्तियों के फिंगरप्रिंट डिजिटल किए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

डिजिटल फिंगरप्रिंट डेटा
डिजिटल फिंगरप्रिंट डेटा


कोलंबो: श्रीलंकाई पुलिस ने रविवार को कहा कि उन्होंने न्यायालयों द्वारा दोषी ठहराए गए 10 लाख व्यक्तियों के फिंगरप्रिंट डिजिटल किए हैं।

क्राइम रिकॉर्ड डिवीजन के निदेशक रुवन कुमारा ने मीडिया को बताया कि कोलंबो विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग और पुलिस फिंगरप्रिंट इकाई के सहयोग से शुरू की गई। इस पहल से आपराधिक जांच में महत्वपूर्ण सहायता मिलने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें | Crime in Uttarakhand: बाघ की 11 फीट लंबी खाल और 15 किलोग्राम हड्डियां के साथ 4 गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

डिजिटाइजेशन परियोजना, जो 2013 में शुरू हुई थी, पुलिस अधिकारियों को जांच उद्देश्यों के लिए फिंगरप्रिंट रिकॉर्ड तक तुरंत पहुंच प्रदान करती है।

कुमारा ने कहा कि यह प्रणाली विदेशों में रह रहे वांछित भगोड़ों का पता लगाने और उन्हें वापस भेजने की कानून प्रवर्तन की क्षमता को बढ़ाएगी।

यह भी पढ़ें | क्रिकेट के रोमांचक मुकाबले में चार रन से जीती श्रीलंका टीम

उन्होंने कहा कि विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ डिजिटल फिंगरप्रिंट डेटा साझा करके, श्रीलंकाई पुलिस अपराधियों को तलाश करने में सीमा पार सहयोग में सुधार कर सकती है।










संबंधित समाचार