सीएम का चौंकाने वाला फैसला.. जम्मू-कश्मीर कैडर के डा. सुनील गुप्ता को बनाया गोरखपुर का एसएसपी
सूबे का नया सीएम बनने के बाद डेढ़ साल के अंतराल में गोरखपुर को चौथा एसएसपी मिला है वह भी जम्मू-कश्मीर कैडर का। आरपी पांडेय, सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज और फिर शलभ माथुर। ये तीन नाम डेढ़ साल की सरकार में गोरखपुर के एसएसपी रहे। कहा जाता है कि जो भी गोरखपुर का एसएसपी बनता है उसका कार्यकाल लगभग 6 महीने का ही रहता है और जब सीएम की नजर से उतरता है तो कचरे के ढ़ेर में फेंक दिया जाता है। अब तक ये तीनों नाम गोरखपुर से हटने के बाद जिले को तरस गये हैं। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..
गोरखपुर: जम्मू-कश्मीर कैडर के 2007 बैच के आईपीएस डा. सुनील गुप्ता को गोरखपुर का नया एसएसपी बनाये जाने के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। आखिर क्या कारण है कि जो व्यक्ति 11 साल तक यूपी से बाहर जम्मू-कश्मीर की आबो-हवा में नौकरी किया हो और एक दशक से यूपी के राजनीतिक-भौगोलिक समीकरणों से अंजान हो उसको गोरखपुर जैसे संवेदनशील जिले की कमान दी गयी है।
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर से प्रतिनियुक्ति पर यूपी आय़े सुनील अब तक डीजीपी मुख्यालय में तैनात थे। इनको गोरखपुर की कमान सौंप कर सीएम ने सबको चौंका दिया है। हालांकि लोग यह सवाल जरुर पूछ रहे हैं कि क्या यूपी कैडर का कोई आईपीएस इस लायक नही था जो सीएम के गृह जनपद को संभाल सके?
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डाइनामाइट न्यूज़ को पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सुनील डायरेक्ट आईपीएस हैं। इनका जन्म लखनऊ में 15 दिसंबर 1976 को हुआ है। इन पर सीएम के भरोसे को जीतने की बड़ी चुनौती होगी।
अच्छे अफसरों में होती है सुनील की गिनती
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कुछ सीनियर आईपीएस अफसरों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि सुनील की गिनती पुलिस के अच्छे अफसरों में होती है। ये 2017 में एसएसपी जम्मू रहे चुके हैं। इसके पहले ये एसपी लेह भी रहे। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत श्रीनगर से की थी। इनकी गिनती व्यवहार कुशल, जमीनी स्तर पर उतरकर काम करने वाले व्यवहारिक और जनता से जुड़कर काम करने वाले अफसरों में होती है।