Uttrakhand: टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग होगा भूस्खलन से मुक्त, मरम्मत के लिए मिली मंजूरी
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग- नौ (एनएच-9) के अंतर्गत 150 किलोमीटर लंबी टनकपुर-पिथौरागढ़ ‘ऑल वेदर’ सड़क को भूस्खलन से मुक्त करने के लिए 318 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
पिथौरागढ़: केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग- नौ (एनएच-9) के अंतर्गत 150 किलोमीटर लंबी टनकपुर-पिथौरागढ़ ‘ऑल वेदर’ सड़क को भूस्खलन से मुक्त करने के लिए 318 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार ने कहा, 'मंजूरी चार भागों में दी गई है। पहले रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस सड़क पर 49 भूस्खलन संवेदनशील स्थानों का उपचार किया जाएगा ताकि मानसून के महीनों में यहां भूस्खलन न हो और राजमार्ग खुला रहे।'
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उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ एजेंसी टीएचडीसी द्वारा इन संवेदनशील स्थानों का सर्वेक्षण करने और इस संबंध में अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपे जाने के बाद यह स्वीकृति दी गयी है। मंत्रालय ने टीएचडीसी को इस कार्य के लिए पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर) सलाहकार नियुक्त किया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार ने वर्ष 2016 में टनकपुर से पिथौरागढ़ तक ‘ऑल वेदर’ (सभी मौसमों में परिवहन के लिए खुली रहने वाली सड़क) सड़क की मंजूरी दी थी। यह सड़क 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली चारधाम ‘ऑल वेदर’ सड़क परियोजना का हिस्सा है।
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