Taxi driver: सूचना सेठ शांत थी, पूरे रास्ते एक शब्द नहीं बोली.
अपने चार वर्ष के बच्चे की हत्या के मामले में गिरफ्तार की गई कृत्रिम मेधा (एआई) स्टार्टअप कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सूचना सेठ गोवा से कर्नाटक तक की यात्रा के दौरान एकदम शांत थी और पूरे रास्ते उसने एक शब्द नहीं बोला। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पणजी: अपने चार वर्ष के बच्चे की हत्या के मामले में गिरफ्तार की गई कृत्रिम मेधा (एआई) स्टार्टअप कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सूचना सेठ गोवा से कर्नाटक तक की यात्रा के दौरान एकदम शांत थी और पूरे रास्ते उसने एक शब्द नहीं बोला।
यह जानकारी सूचना सेठ को गोवा से कर्नाटक ले जा रहे टैक्सी चालक ने शुक्रवार को दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत में वाहन चालक रे जॉन ने कहा कि गोवा से कर्नाटक की यात्रा दस घंटे से अधिक की थी, लेकिन पूरी यात्रा के दौरान सूचना सेठ शांत थी और एक शब्द भी नहीं बोली। टैक्सी चालक की मदद से पुलिस सूचना सेठ को पकड़ सकी।
सेठ को सोमवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार को गोवा लाया गया। सेठ अभी छह दिन की पुलिस हिरासत में है।
जॉन ने बताया कि सर्विस अपार्टमेंट के कर्मियों ने सेठ के लिए उसकी टैक्सी बुक की थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं सर्विस अपार्टमेंट पहुंचा, उसने (सेठ) मुझसे रिसेप्शन से बैग उठाकर टैक्सी में रखने को कहा। वह भारी था।’’
चालक ने कहा, ‘‘मैंने उससे (सेठ से) पूछा कि क्या हम बैग से कुछ सामान बाहर निकाल कर उसे हल्का कर सकते हैं। उसने मना कर दिया। हमे बैग को खींचकर लाना पड़ा।’’
वाहन चालक ने बताया कि जब वे उत्तर गोवा के बिचोलिम शहर पहुंचे तब सेठ ने केवल एक बार बात की और पानी की एक बोतल लाने को कहा।
जॉन ने कहा कि सोमवार को जब वे बेंगलुरु की ओर जा रहे थे तब कर्नाटक-गोवा सीमा पर कोरला घाट में भीषण यातायात जाम था। पुलिस ने उसे बताया कि यातायात बहाल होने में कम से कम चार घंटे का वक्त लगेगा।
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चालक ने कहा, ‘‘मैंने यह समय थोड़ा बढ़ाते हुए मैडम (सेठ) से कहा कि सड़क मार्ग खुलने में कम से कम छह घंटे लगेंगे। मैंने उसे सुझाव दिया कि हम वापस मुड़कर हवाई अड्डे की ओर चल सकते हैं, लेकिन वह सड़क मार्ग से ही आगे बढ़ने पर अड़ी रही।’’
जॉन ने कहा कि उसे लगा कि कुछ तो है, जो ठीक नहीं है।
उसने कहा कि बाद में उसे पुलिस से फोन आया और उसने कहा कि उसकी गाड़ी में यात्रा कर रही महिला के बारे में कुछ संदेह है।
उसने कहा, ‘‘कलंगुटे पुलिस ने मुझे बताया कि वह पास में कोई पुलिस थाना देखे और उसे वहां ले जाए। मैंने गूगल मैप और जीपीएस में थाना ढूंढा, लेकिन कोई पुलिस थाना नहीं मिला। मैंने देखा कि टोल प्लाजा पर कोई पुलिसकर्मी मिल जाए, पर वहां भी कोई नहीं मिला।’’
पुलिस से सतर्क किए जाने के कारण टैक्सी चालक ने कुछ वक्त और गुजारने के लिए टैक्सी को सड़क किनारे के एक रेस्तरां में रोक दिया। वहां उसे पता चला कि 500 मीटर दूर ही पुलिस थाना है।
उसने कहा, ‘‘हमें बेंगलुरु पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे और लगने थे। मैं गाड़ी आइयामंगल पुलिस थाने ले गया (कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में) और उस दौरान कलंगुटे पुलिस अधिकारी मेरे साथ फोन लाइन पर मौजूद थे।’’
जॉन ने कहा, ‘‘करीब 15 मिनट के बाद संबंधित पुलिस अधिकारी हमारे पास आया, लेकिन ‘मैडम शांत थी और कार में बैठी’ थी।’’
उसने कहा कि पुलिस ने बैग की तलाशी ली और उसमें से बच्चे का शव बरामद किया।
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जॉन ने बताया, ‘‘जब पुलिस ने उससे पूछा कि क्या वह उसका बेटा है, तो महिला ने संयत तरीके से कहा ‘हां’।’’
आरोपी पश्चिम बंगाल से है और उसने पुलिस को बताया कि वह और उसके पति अलग रहते हैं तथा उनके तलाक की कार्यवाही जारी है।
इस बीच पुलिस ने कहा कि आरोपी सूचना सेठ के बैग से ‘टिश्यू पेपर’ पर आइलाइनर से लिखा एक तुड़ा-मुड़ा नोट बरामद हुआ है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह अपने चार साल के बच्चे की अभिरक्षा को लेकर परेशान थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिस बैग से बच्चे का शव बरामद किया गया है उसी बैग से मुड़ी-तुड़ी हालत में यह नोट मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह नहीं बता सकते कि इसमें क्या लिखा है लेकिन इससे ऐसे संकेत मिलते हैं कि वह बच्चे की अभिरक्षा को लेकर परेशान थी।’’