तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में आपातकाल की घोषणा को आज 45 साल हो गए हैं। आपातकाल की स्थिति को आधिकारिक तौर पर संविधान के अनुच्छेद 352 (1) के तहत राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने 'आंतरिक गड़बड़ी' के लिए जारी किया था। 21 महीनों के लिए चला आपातकाल 25 जून, 1975 से लागू हुआ और 21 मार्च, 1977 तक चला।
1975 का आपातकाल
स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह तीसरा आपातकाल था। पहले दो युद्ध के दौरान लगाये गये थे।
1962 का आपातकाल
भारत-चीन युद्ध के दौरान देश में पहली बार 26 अक्टूबर, 1962 और 10 जनवरी, 1968 के बीच आपातकाल लगाया गया था। यह तब था जब भारत की सुरक्षा को बाहरी आक्रमण से खतरा था।
1971 का आपातकाल
दूसरा आपातकाल भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 3 दिसंबर 1971 और 21 मार्च 1977 के बीच था।
इंदिरा गांधी का आपातकाल कार्यक्रम
आपातकाल के दौरान, इंदिरा गांधी ने औद्योगिक और कृषि उत्पादन में सुधार और गरीबी और अशिक्षा से लड़ने के लिए 20-सूत्रीय आर्थिक कार्यक्रम पेश किया।
सेंसरशिप और गिरफ्तारी
यह एक ऐसा दौर था जब प्रेस पर सेंसरशिप लागू कर दी गई और विभिन्न राजनीतिक नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया
संसदीय चुनाव स्थगन
राज्य और संसदीय चुनाव भी इस अवधि के दौरान स्थगित हो गए
पीएम को मिली शक्ति
पीएम को डिक्री द्वारा शासन करने की शक्ति मिली
इंदिरा गांधी की होती रही निंदा
इंदिरा गांधी की उनके कार्यों के लिए बेहद आलोचना हुई थी
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