बंगाल को 2014 में दहलाने वाली विस्फोट की घटना पर आधारित फिल्म 'रक्तबीज' धूम मचा रही

डीएन ब्यूरो

नौ साल पहले दुर्गा अष्टमी की सुबह जब श्रद्धालु 'पुष्पांजलि' अनुष्ठान के लिए दुर्गा पूजा पंडालों की कतारों में खड़े थे, तभी पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के घर से लगभग 70 किलोमीटर दूर बर्धमान शहर का खागरागढ़ इलाका धमाकों से दहल उठा था। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

फिल्म 'रक्तबीज'
फिल्म 'रक्तबीज'


कोलकाता:  नौ साल पहले दुर्गा अष्टमी की सुबह जब श्रद्धालु 'पुष्पांजलि' अनुष्ठान के लिए दुर्गा पूजा पंडालों की कतारों में खड़े थे, तभी पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के घर से लगभग 70 किलोमीटर दूर बर्धमान शहर का खागरागढ़ इलाका धमाकों से दहल उठा था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यह घटना अंग्रेजी तारीख के अनुसार दो अक्टूबर 2014 को हुई थी। इस घटना के बाद पता चला कि किस तरह आतंकवादी समूह अपने अभियानों की योजना और बम बनाने के लिए पश्चिम बंगाल का इस्तेमाल कर रहे हैं।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अपने आरोप-पत्र में कहा था कि बांग्लादेश में प्रतिबंधित संगठन ‘जेएमबी’ की हिंसक आतंकवादी कृत्यों के माध्यम से इस पड़ोसी देश में मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रची गई थी।

यह भी पढ़ें | West Bengal Election Update: जानें 3 बजे तक बंगाल में हुए कितनी फीसदी मतदान

इसी घटना पर आधारित एक बांग्ला फिल्म इस दुर्गा पूजा सिनेमाघरों में धमाल मचा रही है। नंदिता रॉय और शिव प्रसाद मुखर्जी द्वारा निर्देशित फिल्म 'रक्तबीज' 19 अक्टूबर को रिलीज हुई। फिल्म में विक्टर बनर्जी, मिमी चक्रवर्ती और अबीर चटर्जी प्रमुख किरदार में हैं।

निर्देशक शिव प्रसाद मुखर्जी ने बताया, 'खागरागढ़ विस्फोट ने पूरे पश्चिम बंगाल को हिलाकर रख दिया था। जिस वक्त विस्फोट हुआ था, तब तत्कालीन राष्ट्रपति दुर्गापूजा मनाने अपने पैतृक घर पर थे।'

उन्होंने कहा, 'यह फिल्म वास्तविकता को प्रतिबिंबित करती है और यह वास्तविकता एक जगह या एक घटना के बारे में नहीं है। यह उन घटनाओं के बारे में है जो बार-बार हो रही हैं।'

यह भी पढ़ें | Bollywood: बहिष्कार निराधार, फिल्में मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं

यह फिल्म (‘रक्तबीज’) बांग्ला के अलावा हिंदी, उड़िया और असमिया भाषाओं में भी रिलीज हुई है।

 










संबंधित समाचार