सिसवा नगर पालिका का चुनाव कराने की मांग को लेकर नगर की दुकानों को कराया गया बंद
सिसवा नगर पालिका के निवासी लंबे वक्त से नगर निकाय के चुनाव की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को लोकतंत्र रक्षक मोर्चा से जुड़े लोगों ने नगर की दुकानों को बंद करा विरोध जताया। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
सिसवा (महराजगंज): मंगलवार को लोकतंत्र रक्षक मोर्चा से जुड़े लोगों ने नगर की दुकानों को बंद करा नगर निकाय के चुनाव समय से कराने की मांग की।
बंदी के दौरान नगर के लोगों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं लेकिन छिट-पुट दुकानें खुली भी रहीं।
बंद के आयोजकों ने कहा कि दुकानदारों के व्यवसाय को बाधित करने का उद्देश्य नहीं है बल्कि इनको अपने वोट के अधिकार के प्रति जागरूक करना है क्योंकि व्यापारी बंधुओं के माध्यम से राज्य चुनाव आयोग को सन्देश देना है कि आपके द्वारा सिसवा नगर पालिका का उपचुनाव मार्च में कराया गया था तो इसके बाद पंचवर्षीय व्यवस्था के तहत निकाय चुनाव सिसवा में भी पूरे राज्य में होने वाले चुनाव के साथ कराये जायें।
चुनाव की मांग को लेकर लगभग 10 दिन से लोकतंत्र रक्षक मोर्चा द्वारा विभिन्न अभियान शुद्ध बुद्धि यज्ञ, हस्ताक्षर अभियान, जन जागरूकता के लिए प्रचार वाहन एवं पंपलेट वितरण, भैंस के आगे बीन बजाओ एवं खून से चुनाव आयोग को खत लिखकर जगाने का काम किया जा रहा है।
इस बंदी कार्यक्रम में शैलेश सुलतानिया, मदन राजभर, राकेश सिंह रिंकू, अमरेंद्र मल्ल, मनोज खरवार, रमेश चौरसिया, विद्यासागर, मनीष, गोलू, अभिषेक मद्धेशिया, अभिषेक भुज, धर्मनाथ खरवार इत्यादि मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इस विवाद की जड़ में नगर पंचायत के बाद सिसवा का नगर पालिका बनना है। तभी से यहां चुनावी राजनीति हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चक्कर काट रही है। मार्च में हुए उप चुनाव की विजेता शकुंतला देवी ने हाईकोर्ट से एक फैसले में यह जीत हासिल की है कि पांच तक बोर्ड का कार्यकाल रहेगा। इस आदेश को रोशन मद्देशिया, अभिमंत्रित सिंह आदि ने अलग-अलग रिट याचिकाओं के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। जहां 11 नवंबर को सुनवाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक अलग-अलग गुट विभिन्न माध्यमों से अपनी बात कह सिसवा में चुनाव कराये जाने का प्रयत्न कर रहे हैं। फिलहाल अब गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में है। वहीं से अंतिम फैसला निकलेगा।