ये हैं यूपी के दस सबसे खराब कामकाज वाले विकास प्राधिकरण और नगर निगम
राज्य के विकास में विकास प्राधिकरणों और नगर निगमों का महत्वपूर्ण रोल होता है, लेकिन जब यही संस्थाएं ठीक से काम न करें तो क्या हाल होगा? डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में हम आपकों बताने जा रहे हैं कि राज्य में दस सबसे खराब काम करने वाले विकास प्राधिकरण और नगर निगम कौन से हैं।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूबे को विकास के पथ पर काफी आगे ले जाना चाहते हैं लेकिन प्रदेश के कुछ आला अधिकारी अपने हिसाब से ही विकास के रथ को आगे बढ़ाना चाहते हैं जिसकों लेकर अब प्रदेश सरकार सख्त हो गयी है। जन-शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के सम्बन्ध में विकास प्राधिकरणों और नगर निगमों के साथ आज सीएम योगी ने समीक्षा बैठक की जिसमें यूपी के दस सबसे खराब विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों और दस सबसे खराब नगर निगमों के नगर आयुक्तों को काम में लापरवाही बरतने के लिए चिन्हित किया गया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया।
खराब प्रदर्शन करने वाले 10 विकास प्राधिकारण
लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर, सहारनपुर, झांसी, मेरठ, आगरा, इलाहाबाद, गोरखपुर और गौतमबुद्धनगर।
यह भी पढ़ें |
कन्नौज: शिक्षिका ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट पढ़कर नम हो गई सभी की आंखें
खराब प्रदर्शन करने वाले 10 नगर निगम
गाजियाबाद, कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, झांसी, आगरा, बरेली, इलाहाबाद और सहारनपुर।
यह भी पढ़ें |
लखनऊ: होटल में ठहरे पति पत्नी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, मौके पर पहुंची पुलिस
सीएम योगी ने कहा कि जन-शिकायतों का निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इस सम्बन्ध में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।