DN Exclusive: UPSC ने UP के नये DGP के पैनल के तीन नामों पर लगायी मुहर, ये है नये डीजीपी की नियुक्ति का समीकरण..

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

कई दिनों से चली आ रही लंबी गहमागहमी के बाद यूपी के नये डीजीपी को लेकर धुंधली हुई तस्वीर काफी हद तक साफ नजर आने लगी है। मंगलवार को दिल्ली में हुई हाई-प्रोफाइल बैठक के बाद तीन नामों का पैनल तैयार कर लखनऊ भेज दिया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

UPSC मुख्यालय (फाइल फोटो)
UPSC मुख्यालय (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: नासिर कमाल, मुकुल गोयल और आरपी सिंह ये वो तीन नाम हैं जिनको UPSC की कमेटी ने अपनी हरी झंडी दिखायी है। ये तीनों नाम लंबे डिस्कशन के बाद लखनऊ भेज दिये गये हैं। इन्हीं तीन नाम में से सीएम किसी एक को सूबे के पुलिस महकमे की कमान सौपेंगे।

इन तीन नामों की स्वीकृति के साथ ही सबसे चर्चित नाम देवेन्द्र सिंह चौहान, आरके विश्वकर्मा और आनंद कुमार डीजीपी की रेस से बाहर हो गये हैं। 

डीएस चौहान को सबसे बड़ा डार्क हार्स माना जा रहा था लेकिन यूपीएससी की कमेटी ने उनके नाम में कोई भी रुचि नहीं ली क्योंकि चौहान वरिष्ठता सूची में काफी नीचे थे लेकिन फिर भी कुछ लोग सीएम से उनकी कथित नजदीकियों के चलते उनको इस रेस में आगे मान रहे थे लेकिन चौहान के पीछे लखनऊ के कई वरिष्ठ आईएएस पड़े थे, जो नहीं चाहते थे कि चौहान किसी भी तरह इस कुर्सी पर बैठें। इन वरिष्ठ आईएएस अफसरों की चौहान से अंदरुनी नाराजगी का एक और कारण यह बताया जा रहा है कि चौहान की आईएएस पत्नी राधा चौहान पहले से अपर मुख्य सचिव वित्त जैसे बेहद अहम पद पर बैठी हुई हैं। 

डाइनामाइट न्यूज़ को अंदरखाने से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली की पसंद मुकुल गोयल और लखनऊ की पसंद आरपी सिंह के बीच कांटे का मुकाबला है। दिल्ली की चली तो हाई-प्रोफाइल मुकुल और लखनऊ की चली तो लो-प्रोफाइल आरपी पुलिस महकमे के नये बॉस बनेंगे। 

फिलहाल कई जानकारों का ये भी मानना है कि यदि मुकुल गोयल नये बॉस बने तो फिर मौजूदा पुलिसिया सिस्टम जबरदस्त तरीके से प्रभावित होगा यानि ट्रांसफर-पोस्टिंग का मौजूदा तौर-तरीका बदल जायेगा लेकिन यदि आरपी ने बाजी मारी तो फिर मौजूदा सिस्टम ही चलता रहेगा यानि ठंडा-ठंडा, कूल-कूल।

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डीजीपी की नियुक्ति के बहाने लखनऊ की सत्ता प्रतिष्ठान के दो बड़े नौकरशाहों के बीच भी आपस में शह और मात का खेल चल रहा है। नये डीजीपी की नियुक्ति से ये भी संकेत मिलेगा कि सत्ता के इन दो केन्द्रों में किसका पलड़ा भारी है।

यही नहीं आगामी दिनों में चीफ सेक्रेटरी के पद पर भी बदलाव देखने को मिलेगा, ऐसे में कई वरिष्ठ आईएएस अफसरों की जाति के निगाह से इस बात में जबरदस्त दिलचस्पी है कि मुकुल गोयल डीजीपी बनते हैं या नहीं। यदि मुकुल डीजीपी बने तो दो आईएएस अगले चीफ सेक्रेटरी की रेस से बाहर हो सकते हैं और यदि आरपी बने तो इन आईएएस की राह में कोई खास मुश्किल नहीं। 

यही कारण है कि पहली बार डीजीपी के चयन के नतीजे पर राज्य के कई बड़े नौकरशाह अपनी बारीक नजर गड़ाये हुए हैं। कुल मिलाकर नये डीजीपी के नाम पर से अगले कुछ घंटों में पर्दा उठ जायेगा। 










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