यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत के मामले में ये नया अपडेट आया सामने, अब तक 13 लोग गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत के मामले में अबतक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस मामले को लेकर चिंता जताई है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान


कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत के मामले में अबतक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस मामले को लेकर चिंता जताई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अलीपुर की एक अदालत ने विश्वविद्याल के एक पूर्व छात्र को 24 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। यह इस मामले में 13वीं गिरफ्तारी थी।

राज्य अभियोजक ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अलीपुर की अदालत के न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर आरोपी को पूछताछ के लिए 24 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

पुलिस ने शुक्रवार को भी इस मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया था, जबकि इससे पहले विश्वविद्यालय के नौ पूर्व एवं मौजूदा छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये सभी अब पुलिस हिरासत में हैं।

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यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के 17-वर्षीय एक छात्र की नौ अगस्त की रात छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। उसके परिजनों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे।

इस बीच, नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव ने बताया कि कथित तौर पर रैगिंग और यौन उत्पीड़न के बाद छात्र की मौत 'पूरी तरह से' विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है और स्वस्थ माहौल बनाए रखने के लिए परिसर में उचित सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि 17 वर्षीय छात्र की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तथा दुखी कर देने वाली है।

साव ने कहा,''यह जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे विश्वविद्यालय की है। विश्वविद्यालय में स्वस्थ माहौल बना रहने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करना चाहिए।''

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इससे पहले दिन में कहा कि यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि चिंता का एक बड़ा कारण है। उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मामले में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा,''मैनें यूजीसी से कानून के अनुसार मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है।''

प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा,'' सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या (विश्वविद्यालय) में गैर-रैगिंग शाखा थी और यदि थी तो उसकी गतिविधियां क्या थीं। सीसीटीवी कैमरे थे या नहीं, बाहरी लोगों को छात्रावास में रहने की अनुमति क्यों दी गई थी। ''

केंद्रीय मंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि राज्य प्रशासन किसी की राजनीतिक धारणा को ध्यान में रखकर काम नहीं करता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम किसी भी अपराधी के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई करते हैं।’’

विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग के डीन प्रोफेसर सुबेनॉय चक्रवर्ती ने शाम को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया।










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