राजकोट अग्निकांड में दो गिरफ्तार: कमिश्नर बोले- गेमिंग जोन के पास नहीं था अग्निशमन विभाग का एनओसी, छह पर FIR
राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में लगी आग के मामले में अब तक 27 शव बरामद किए गए हैं। सिविल अस्पताल में मृतकों का डीएनए लिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गुजरात: राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में लगी आग के मामले में अब तक 27 शव बरामद किए गए हैं। सिविल अस्पताल में मृतकों का डीएनए लिया गया है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने यह जानकारी दी है। बता दें, शनिवार शाम पांच बजे भीड़भाड़ वाले गेम जोन में भीषण आग लग गई थी। 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स को बताया कि घायल व्यक्तियों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार सुबह घटना स्थल और अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजन को 4 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस आयुकत्त भार्गव का कहना है कि मामले में रविवार तड़के छह लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 308, 336, 338, 114 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य युवक युवराज सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि मामले में हमने एक लोक अभियोजक की नियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है।
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