उन्नाव रेप कांड: पीड़िता ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर बताया था जान का खतरा
दुष्कर्म पीड़िता की मां ने आज दावा किया है कि दुर्घटना उनकी बेटी और अन्य को खत्म करने की एक साजिश थी। दुर्घटना से पहले ही पीड़ित के परिजनों ने मुख्य न्यायाधीश से जान बचाने की गुहार लगाई थी। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
लखनऊ: उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के रायबरेली जाते समय सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने से पहले 12 जुलाई को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को भी पीड़िता के परिजनों ने चिट्ठी लिखी थी। जिसमें इंसाफ की मांग की गई थी।
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In a letter dated 12 July 2019, Unnao rape victim wrote to Chief Justice of India (Ranjan Gogoi) to "take action against those who are making threats".Letter states,"People came to my house & threatened to take back cases,otherwise whole family will be put in jail in fake cases". pic.twitter.com/wFwlth6dxD
— ANI UP (@ANINewsUP) July 30, 2019
चिठ्ठी में यह भी बताया गया था कि किस तरह उसके परिवार को लगातार धमकाया जा रहा था। साथ ही केस वापस न लेने पर पूरे परिवार को फर्जी केसों के तहत जेल में ठूंस दिया जाएगा।
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उन्नाव रेप कांड को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर किए तीखे हमले
Adhir Ranjan Chowdhury, Congress in Lok Sabha: We demand that Home Minister comes to the House and gives a statement. What kind of a society are we talking about, where such an incident (accident of Unnao rape case victim in Raebareli) happened with the victim. https://t.co/qzizJR0Hy3
— ANI (@ANI) July 30, 2019
वहीं कांग्रेस के लोकसभा नेता सदन अधीर रंजन चौधरी ने संसद में आज कहा कि हम गृहमंत्री अमित शाह से मांग करते हैं कि वो सदन में आकर उन्नाव मामले पर जवाब दें। हम किस तरह के समाज में रहते हैं जहां एक रेप पीड़िता के साथ ऐसा हादसा हो जाता है।
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साथ ही स्थानीय बीजेपी सांसद साक्षी महाराज द्वारा जेल में रेप आरोपी बीजेपी विधायक से मिलना यह प्रमाणित करता है कि गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है, जो इंसाफ का गला घोटने जैसा है। मा. सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान अवश्य लेना चाहिए।
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— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2019
विपक्षियों के घेरे में योगी सरकार
उन्नाव पीड़िता अभी भी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। यूपी के दो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल लखनऊ पहुंच चुकी हैं।
For God’s sake, Mr. Prime Minister, divest this criminal and his brother of the political power your party is giving them.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 30, 2019
Its still not too late.#BJPSackSengar
सेंगर को क्यों ढो रही है भाजपा
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के रायबरेली जाते वक्त संदिग्ध हालात में हुए सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने और इससे पहले एक गवाह की मौत के बाद सेंगर कठघरे में हैं। वहीं अब उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है और अब विपक्ष ने चौतरफा यह सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि भाजपा सेंगर को क्यों ढो रही है।