मणिपुर वीडियो पर नासिक में बवाल, विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा रोड जाम, उपद्रव में 10 पुलिसकर्मी घायल
मणिपुर में दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की घटना के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक जिले के सताना शहर में निकाले गए एक विरोध मार्च के दौरान हुई हिंसा में कम से कम दस पुलिसकर्मी घायल हो गए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नासिक: मणिपुर में दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न की घटना के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक जिले के सताना शहर में निकाले गए एक विरोध मार्च के दौरान हुई हिंसा में कम से कम दस पुलिसकर्मी घायल हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार नासिक के पुलिस अधीक्षक शाहजी उमाप ने कहा कि इस सिलसिले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है।
मणिपुर में हुई घटना की निंदा करने के लिए एकलव्य आदिवासी संगठन, कुछ अन्य आदिवासी संगठनों और वंचित बहुजन अघाड़ी द्वारा इस विरोध मार्च का आयोजन किया गया था।
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इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीन मई की घटना को लेकर शनिवार को केंद्र के साथ-साथ मणिपुर सरकार पर भी निशाना साधा।
ठाणे में उत्तर भारतीयों की एक जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ने सवाल करते हुए कहा कि क्या दिल्ली में सत्ता में बैठे लोग महाभारत के 'धृतराष्ट्र' बन गए हैं क्योंकि जब महिलाओं को अपमानित किया जा रहा था तो वे कार्रवाई करने में विफल रहे।
ठाकरे ने यह कहने के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह की भी आलोचना की कि राज्य में हिंसा शुरू होने के बाद से ऐसी कई घटनाएं हुई हैं।
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मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ छेड़छाड़ करने का एक वीडियो सामने आने के बाद राज्य में तनाव और बढ़ गया है।
गौरतलब है कि मणिपुर मई की शुरुआत से ही जातीय संघर्ष की चपेट में है। तीन मई को वहां जातीय हिंसा शुरू हुई थी जिसमें 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।