यूपीएससी-प्री की परीक्षा में करंट अफेयर्स का दबदबा, डिजिटल इंडिया और जीएसटी में उलझे परीक्षार्थी
रविवार को हुई यूपीएससी-प्री की परीक्षा के बाद डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने विभिन्न केंद्रों पर जाकर अभ्यर्थियों से जानकारी ली कि इस साल का पेपर उनके लिए कैसा रहा? अभ्यर्थियों से बातचीत पर पढ़िए डाइनामाइट की खास रिपोर्ट..
नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तरफ से आयोजित सिविल सेवा-प्री की परीक्षा हुई। देशभर में 12 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। रविवार को हुई परीक्षा के बाद डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने विभिन्न केंद्रों पर जाकर अभ्यर्थियों से जानकारी ली कि इस साल का पेपर उनके लिए कैसा रहा?
पेपर देकर बाहर आए परीक्षार्थियों के मुताबिक इस साल का पेपर पिछली साल की तुलना में ज्यादा कठिन था। लगभग 75 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने माना कि इस साल का पेपर काफी अलग तरीके से बनाया गया है।
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इस साल का पेपर कठिन
यूपीएससी-प्री की पहली बार परीक्षा देने आए विशाल ने बताया कि इस बार संघ लोक सेवा आयोग ने कुछ नया करने की कोशिश की है। इस बार पॉलिटिकल साइंस के प्रश्नों ने काफी परेशान किया। वहीं तीसरी बार पेपर देने आए रोहित कुमार ने खुद पर भरोसा जताते हुए कहा कि वो इस बार ये परीक्षा क्वालिफाई कर लेंगे। लेकिन बावजूद इसके रोहित ने कहा कि इस बार का पेपर कठिन था।
करंट अफेयर्स के ज्यादा सवाल
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इस बार के पेपर के बारे में जयान का कहना है कि हर बार की तरह इस बार एनसीईआरटी से कम बल्कि करंट अफेयर्स से संबंधित सवाल ज्यादा आया था। अभ्यर्थियों के मुताबिक इस बार के सवाल में दिए गए विकल्प काफी कन्फ्यूजिंग थे और यही कारण है कि इस बार की कट ऑफ कम हो सकता है।