Uttar Pradesh: सिद्धार्थनगर में बाढ़ के पानी में बहे एक ही परिवार के 4 लोग, मामले को दबाता रहा प्रशासन
सिद्धार्थनगर जिले में मंगलवार शाम को एक बड़ा हदसा हो गया। यहां एक ही परिवार के 4 लोग बाढ़ के पानी में बह गए। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
सिद्धार्थनगर: जिले में मंगलवार शाम को एक बड़ा हदसा हो गया। यहां एक ही परिवार के 4 लोग बाढ़ के पानी में डूबे गए। ये भयंकर के हादसा शोहरतगढ तहसील क्षेत्र के इटवा-बढ़नी मार्ग पर बिगौवा नाले के पास हुआ।
ये है मामला
डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार, कठेला समयमाता थाना क्षेत्र के पचपेड़वा के रहने वाले 32 के रिक्शा चालक नरेन्द्र अपने परिवार के साथ नेपाल के कर्मा गांव में एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने गया थे। जहां से वो मंगलवार की शाम को वापस आए, नरेन्द्र के साथ उसकी पत्नी और दो बेटियां भी थी।
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घर जाते समय बढ़नी-इटवा मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया और बिगौवा नाले के पास आते-आते सड़क पर पानी तेज धार में बहने लगा। सड़क पर पानी को बाहव को देखते हुए कुछ ग्रामीणों ने नरेन्द्र को आगे जाने से रोका भी, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और आगे बढ़ गया थोड़ी ही देर में वह परिवार समेत बाढ़ के पानी में बह गए। वहां मौजूद लोगों ने इस हादसे का वीडियो भी जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
मामले को दबाने में जुटी रही पुलिस
इस मामले पर गंभीरता से काम करने के बजाय प्रशासन और पुलिस इसको दबाने में लगी हुई थी। ढेबरुआ थानाध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने पूरी तरह से मामले को झूठा बताते हुए कहा कि वो घटनास्थल पर मौजूद थे, और वहां कोई व्यक्ति नहीं डूबा।
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वहीं पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने भी इस बात की पुष्टि की और बताया कि उनकी थानाध्यक्ष से बात हुई है। किसी ने इसकी अफवाह फैलाई है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि यह अफवाह जिस किसी ने फैलाई है, उसकी जांच की जाएगी।
जिलाधिकारी के घटनास्थल पर पहुंचे के बाद शुरू हुआ बचाव कार्य
हादसे की पुष्टि होने के बाद जिलाधिकारी संजीव रंजन बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने रिक्शा चालक के पिता से मुलाकात की। फिलहाल रिक्शा चालक नरेन्द्र, उनकी पत्नी और उनकी बेटियों को ढूंढने के लिए मौके पर गोताखोरों की टीम लगाई गई है, जो बचाव कार्य कर रहे हैं।