Uttarakhand: उत्तरकाशी के पुरोला में सांप्रदायिक तनाव जारी, अब बरेलवी मौलाना ने दी सरकार को ये बड़ी चेतावनी
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष एवं बरेलवी मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि यदि उत्तराखंड सरकार पीढ़ियों से पुरोला में रह रहे मुसलमानों के कथित उत्पीड़न के मामलों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बरेली: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष एवं बरेलवी मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि यदि उत्तराखंड सरकार पीढ़ियों से पुरोला में रह रहे मुसलमानों के कथित उत्पीड़न के मामलों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पुरोला और उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के कुछ शहरों में 26 मई को दो व्यक्तियों द्वारा एक हिंदू लड़की को कथित रूप से अगवा करने की कोशिश के बाद से सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है। आरोपियों में से एक मुसलमान था।
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लड़की के अपहरण की कथित कोशिश को स्थानीय लोगों ने नाकाम कर दिया था, लेकिन इस घटना के बाद पुरोला में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की दुकानों के बाहर धमकी भरे पोस्टर दिखाई दिए, जिनमें उन्हें तुरंत शहर छोड़ने के लिए कहा गया था।
मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार शाम को यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चूड़ियां नहीं पहनते। हमें प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। अगर उत्तराखंड सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, तो हम वहां जाकर सरकार का घेराव करेंगे।’’
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गौरतलब है कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड और हज कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी और सांप्रदायिक तनाव से जूझ रहे पुरोला कस्बे में मुसलमानों का ‘‘उत्पीड़न’’ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया था।
ऐसा बताया गया है कि पुरोला में 26 मई से कम के कम 42 दुकानें बंद कर दी गई हैं।